तप और त्याग की प्रतिमूर्ति थे महात्मा हंसराज : प्राचार्य के० के० पाण्डेय
महात्मा हंसराज के जन्मदिवस पर डीएवी में हुआ वैदिक यज्ञ- हवन का आयोजन
जहानाबाद। प्रसिद्ध समाज सुधारक, शिक्षाविद, अखंड कर्मयोगी महात्मा हंसराज का 159वां जन्मदिवस डी.ए.वी पब्लिक स्कूल में मनाया गया। इस अवसर पर प्रार्थना सभा में उपस्थित छात्र छात्राओं, शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए प्राचार्य श्री के० के० पांडेय ने कहा कि महात्मा हंसराज त्याग और तप की प्रतिमूर्ति थे। अशिक्षा और अविद्या को दूर करने तथा समाज सुधार में उन्होंने अपना पूरे जीवन का एक एक क्षण लगा दिया। उनके द्वारा प्रारंभ किया गया डी.ए.वी आंदोलन अब देश- विदेश में फैलता हुआ नई पीढी को वैदिक और आधुनिक ज्ञान दोनों प्रदान कर रहा है। उनके जन्मदिवस को मनाने का उद्देश्य तभी पूरा होगा जब उनके जीवन की शिक्षाओं को अपने जीवन मे उतारें। इस अवसर पर शिक्षक श्री बी० एन० सिंह द्वारा भी विस्तार से उनकी जीवन गाथा पर प्रकाश डाला गया। उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर सभी के द्वारा उन्हें स्मरण कर उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया गया। महात्मा हंसराज जन्म दिवस के अवसर पर धर्म शिक्षक बालगोविंद मिश्र, डी के० उपाध्याय, शिवानंद यादव के निर्देशन में वैदिक यज्ञ हवन का आयोजन भी किया गया।जिसमें प्राचार्य, शिक्षक और छात्र- छात्राओं ने वैदिक मंत्रों के साथ अग्नि को आहुतियां अर्पित की गयी।