दुनिया को युद्ध नही वुद्ध की जरूरत- संजय कुमार झा
स्थानीय जगत ट्रेड सेंटर फ्रेजर रोड स्थित सीएमए आर्केड में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर संगोष्ठी आयोजित की गई ! इस अवसर पर एनजीओ हेल्पलाइन के निदेशक डॉ संजय कुमार झा ने कहा कि भगवान गौतम बुद्ध , बौद्ध धर्म के संस्थापक थे। हमेशा से उन्होंने अहिंसा और करुणा की सीख दी। उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं और लोगों को आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। जीवन को बिना किसी के उलझन के जीना चाहते हैं तो भगवान बुद्ध के विचारों पर अमल करना होगा ! उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध का संदेश हमें प्रेम, सत्य, करुणा और अहिंसा के साथ मानवता की सेवा करने के लिए प्रेरित करता है। उनका जीवन और आदर्श समानता, सद्भाव और न्याय जैसे शाश्वत मूल्यों में हमारे विश्वास को सुदृढ़ करता है। भगवान बुद्ध के संदेशों को सुनाते हुए डॉ. झा ने कहा कि महात्मा गौतम बुद्ध ने कहा है कि जीवन में हजारों लड़ाइयां जीतने से बेहतर स्वयं पर विजय प्राप्त करना है। यदि स्वयं पर विजय प्राप्त कर लिया तो फिर जीत हमेशा तुम्हारी होगी। इसे तुमसे कोई नहीं छीन सकता। इस अवसर पर उपस्थित प्रेम यूथ फाऊंडेशन के संस्थापक गांधीवादी प्रेम जी ने कहा कि ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान बुद्ध का जन्म, ज्ञान की प्राप्ति और मोक्ष की प्राप्ति हुई थी, जिसके कारण इस दिन को महात्मा बुद्ध के लिए एक पवित्र दिन माना जाता है. महात्मा गौतम बुद्ध बौद्ध धर्म के संस्थापक थे। उन्होंने अपने जीवन में हमेशा लोगों को अहिंसा और करुणा का भाव सिखाया। गौतम बुद्ध के अनमोल विचार व्यक्ति को जीवन में सफल और आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। भारत समेत कई देशों में बौद्ध धर्म को मानने वाले लोग रहते हैं। यदि आप अपने जीवन में ज्ञान का प्रकाश चाहते हैं और जीवन को बेहतर तरीके से जीना चाहते हैं, तो महात्मा बुद्ध के बताए गए अनमोल वचन का अनुकरण करना होगा ! बुद्ध के अनुसार, इंसान जैसा सोचता है, उसकी सोच जैसी होती है वह वैसा ही बना जाता है। कोई मनुष्य बुरी सोच के साथ बोलता या काम करता है, तो उसे कष्ट ही मिलता है। वहीं यदि कोई व्यक्ति शुद्ध विचारों के साथ बोलता या काम करता है, तो उसे जीवन में खुशियां मिलती हैं। ये खुशी उसकी परछाई की तरह उसका साथ कभी नहीं छोड़ती है। प्रो. कुमार ने भगवान बुद्ध के कुछ संदेशों को याद दिलाया और कहा कि महात्मा बुद्ध के अनुसार, भविष्य के बारे में सपने देखकर अभी से मत उलझो। भूतकाल के समय को याद करके पछताने से अच्छा है अपने वर्तमान में रहो। खुश रहने का सबसे अच्छा तरीका यही है। अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए! इस अवसर पर सीएमए इंस्टीट्यूट के सेंटर इंचार्ज एमडी आसिफ , संतोष कुमार झा, अनवारा अली,सोनू कुमार पटेल , अमृत राज , मनोज कुमार चौधरी , एमडी राजू , अमन कुमार , लाल बाबू मिश्रा आदि उपस्थित थे !