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CM नीतीश न कहा- केंद्र की विशेष इथेनॉल नीति से बिहार में उद्योग को मिलेगा बढ़ावा

मुंगेरः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि केंद्र की विशेष इथेनॉल नीति 2021 से राज्य में उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।

नीतीश कुमार ने शुक्रवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के साथ सम्मिलित रूप से मुंगेर में 696 करोड़ रुपए की लागत से 14.5 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग 333 बी के अंतर्गत गंगा नदी पर रेल सह सड़क पुल की पहुंच पथ परियोजना का लोकार्पण करने के बाद आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2007 में गन्ना से इथेनॉल बनाने के लिए 21 हजार करोड़ का प्रस्ताव राज्य सरकार को प्राप्त हुआ था। इस संबंध में तत्कालीन केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था लेकिन मंजूरी नहीं मिली। तत्कालीन केंद्र सरकार द्वारा गन्ना से चीनी बनाने का हवाला दिया गया और इस खाद्य सुरक्षा से जोड़ा गया।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘10 दिसंबर 2020 को कोईलवर में सोन नदी पर बने नए पुल के उद्घाटन के अवसर पर भी हमने कहा था कि गन्ना से इथेनॉल बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिले इसके लिए हमलोग वर्ष 2007 से प्रयास कर रहे थे। अब केंद्र सरकार ने निर्णय ले लिया है और विशेष इथेनॉल नीति 2021 लागू की गई है। इससे बिहार में उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। यदि प्रारंभ में ही केंद्र से मंजूरी मिल जाती तो बिहार में उद्योगों को बढ़ावा मिलता।” नीतीश कुमार ने कहा कि अब तक 187 करोड़ लीटर वार्षिक इथेनॉल उत्पादन क्षमता वाली 29 इकाइयों के आवेदन आए हैं। केंद्र ने 35.28 करोड़ लीटर उत्पादन क्षमता के लिए 17 इकाइयों को चयनित किया है। बिहार में मक्का का उत्पादन तीनों सीजन में बहुत ज्यादा होता है, यहां उत्पादित मक्का दूसरे राज्यों में जाता है। केंद्र सरकार द्वारा अगर मक्का से इथेनॉल बनाने की भी अनुमति मिलती तो बिहार को काफी फायदा होता। पेट्रोल-डीजल में इथेनॉल का मिश्रण किया जाता है इसलिए मक्का से इथेनॉल बनाने की दिशा में भी सकारात्मक प्रयास करना चाहिए। इससे बिहार में उद्योग बढ़ेगा जिससे लोगों को रोजगार मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘बिहार में मक्का का उत्पादन अधिक होता है और यहां खपत न के बराबर है इसलिए बिहार का इथेनॉल क्रय क्षमता बढ़ाने का जरूरत है। उद्योग मंत्री शाहनवाज साहब को कहेंगे कि बिहार का वार्षिक इथेनॉल क्रय का 125 करोड़ लीटर का कोटा कम से कम निर्धारित करा दीजिए।” उन्होंने कहा कि देश के विकास में बिहार का महत्वपूर्ण योगदान हो, यह उनकी इच्छा है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने बिहार के विकास के लिए काफी काम किया है। बिहार में आबादी का घनत्व अन्य राज्यों की तुलना में काफी अधिक है। एक वर्ग किलोमीटर में बिहार में जितनी आबादी है उतनी देश के किसी अन्य राज्य में नहीं है, इसलिए बिहार पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। बिहार क्षेत्रफल के मामले में 12वें स्थान जबकि आबादी के मामले में तीसरे नबंर है। बिहार का पहले प्रजनन दर 4.3 था जो अब घटकर तीन हो गया है।

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