ब्रेकिंग
कांटे की टक्कर के बावजूद बुधनी में बची रही शिवराज की प्रतिष्ठा, पढ़िए उपचुनाव के दौरान कैसे बदले समी... फागर से छिड़काव पर कचरे में लग रही है आग न तंत्र चला न कोई मंत्र रामनिवास रावत को जनमानस ने किया हिटविकेट इंदौर-उज्जैन सिक्सलेन बनाने का काम शुरू… किनारों पर कराया जा रहा भराव, डिवाइडर से हटाए पेड़-पौधे राजगढ़ में सड़क हादसा... गियर बदलते ही अनियंत्रित होकर पलटा ऑटो रिक्शा, सास-बहू की मौत इंदौर के व्यापारी से बेस्ट प्राइस के दो कर्मियों ने की पौने पांच लाख की धोखाधड़ी, ऑर्डर का माल दूसरे... ट्रेन के सामने कूदे मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर ,रेलवे ट्रैक पर मिला शव सिंगरौली पुलिस ने अवैध कबाड़ के साथ एक कबाड़ी को पकड़ा, 2 लाख से ज्यादा का माल जब्त कैलाश मकवाना होंगे मध्य प्रदेश के नए डीजीपी, एक दिसंबर को लेंगे चार्ज नर्मदापुरम में दो पक्षों के विवाद में चली कुल्हाड़ी,जानिए क्या है पूरा मामला

ग्लोबल अर्थव्यवस्था के कमजोर संकेतों से बढ़ रहे सोना-चांदी के भाव

 इंदौर। इस सप्ताह रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा अपनी मॉनेटरी पालिसी में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया। नए कारोबारी सप्ताह में जारी होने वाले मुद्रास्फीति के आंकड़ों में कमी होने के अनुमान से बाजार में तरलता बनी रहने की उम्मीद है। अमेरिका, चीन और यूरो जोन से जारी होने वाले आंकड़े कमजोर दर्ज किए गए, जिससे सोना और चांदी के भाव निचले स्तरों से पलट गए है। अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में छोटी अवधि के लिए आई तेजी पूरी होती दिखने लगी है।

अमेरिका और यूरोप की अर्थव्यवस्था में व्यावसायिक गतिविधियां कम होने से निवेशकों का ध्यान कीमती धातुओं की और बढ़ने लगा है। पिछले सप्ताह जारी आंकड़ों से संकेत मिले हैं कि 2023 की पहली तिमाही और 2022 की अंतिम तिमाही की बढ़ोतरी में गिरावट के बाद यूरोज़ोन अर्थव्यवस्था इस साल की पहली तिमाही में मंदी की चपेट में आ गई है। अमेरिका में बेरोजगारी के आंकड़े 233 हजार से बढ़कर 261 हजार पहुंच गए है।

प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से मिल रहे कमजोर संकेतों के चलते सोना और चांदी की कीमतों में पिछले सप्ताह निचले स्तरों से बढ़त दर्ज की गई है। लेकिन, बैंक ऑफ कनाडा द्वारा पिछले सप्ताह ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत बढ़ोतरी की गई है। अमेरिका में रोजगार बाजार में मजबूती रहने के कारण फेड हॉकिश रुख अपना सकता है, जिसके संकेत फेड सदस्य दे चुके है। अगर अर्थव्यवस्था में खपत के पैमानें पर नज़र डाली जाए तो अमेरिका में ड्राइविंग सीजन रहने के बावजूद और सऊदी अरब द्वारा पिछले सप्ताह कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती करने के बाद भी इसकी कीमतों में दबाव है, जो अर्थव्यवस्था में मांग कमजोर रहने के संकेत देता है।

चीन के सबसे बड़े बैंकों ने अर्थव्यवस्था में विकास को बढ़ावा देने के लिए पिछले सप्ताह बचतकर्ताओं के लिए ब्याज दरों में कटौती की, जिससे खपत की धीमी रफ़्तार में सुधार हो सके। इस सप्ताह अमेरिका के सीपीआई, एफओएमसी और यूरोपियन सेंट्रल बैंक की बैठक और चीन की मौद्रिक नीति, कीमती धातुओं के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे।

तकनीकी विश्लेषण : स्वास्तिक इंवेस्टमार्ट के एनालिस्ट नृपेंद्र यादव के अनुसार, आने वाले कारोबारी सप्ताह में कीमती धातुओं में तेजी रहने की संभावना है। एमसीएक्स जून वायदा सोने में सपोर्ट 58300 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 61000 रुपये पर है। जुलाई वायदा चांदी में सपोर्ट 71000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 76000 रुपये पर है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.