खराब मौसम के कारण नहीं उतरा विमान दोपहर में एयरबस को लैंड करवाने की तैयारी
जबलपुर। प्रदेश का दूसरा सबसे लंबा रनवे डुमना एयरपोर्ट गुरुवार से विमानों की आवाजाही के लिए खुल गया है। सुबह इंदौर से जबलपुर आने वाला इंडिगों का एटीआर को नए रनवे पर लैंड करना था लेकिन मौसम साफ नहीं होने के कारण विमान को पुराने रनवे पर ही लैंड करवाया गया। हालांकि एयरपोर्ट प्रबंधन ने रनवे का पूजा पाठ कर इसे औपचारिक रूप से खोल दिया है। अब दोपहर को मौसम साफ होने पर एयरबस को इस पर लैंड करवाया जाएगा।
एयरपोर्ट पर द्श्यता पांच हजार होनी थी, जो नहीं थी
एयरपोर्ट डायरेक्टर कुसुम दास ने बताया कि सुबह सबसे पहले इंदौर से इंडिगों का विमान आता है इसे ही लैंड करना था लेकिन एयरपोर्ट पर द्श्यता पांच हजार होनी थी जो नहीं थी। सुबह के वक्त 3500 द्श्यता की वजह से विमान को लैंड नहीं करवाया गया। उसे पुराने रनवे पर ही उतारा गया। अब दोपहर में जब मौसम साफ होगा तो दिल्ली से इंडिगों का एयर बस आता है जिसे नए रनवे पर लैंड करवाया जाएगा।
एआइपी में पब्लिकेशन होने के साथ ही इसकी शुरुआत हो चुकी है
कुसुम दास ने बताया कि एआइपी में पब्लिकेशन होने के साथ ही इसकी शुरुआत हो चुकी है। डुमना एयरपोर्ट का नया रनवे पहले 1988 मीटर लंबा है जिसका विस्तार हो चुका है और लंबाई 2750 मीटर हो गई है। जबकि इंदौर विमानतल का रनवे 2754 मीटर लंबा है वहीं भोपाल एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई 2744 मीटर है। लंबाई बढ़ने की वजह से विमानों की लैडिंग और सुरक्षित होगी। यह विमानतल अंतरराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से बनाया गया है।
दुनियाभर के एयरपोर्ट में लिस्टिंग
दुनियाभर के 40 हजार से अधिक एयरपोर्ट पर डुमना एयरपोर्ट का पूरा डाटा होगा। दुनिया के किसी भी देश के एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाला विमान आसानी से यहां लैंड कर पाएंगे। इसके लिए डुमना एयरपोर्ट ने एआईपी ;एरोनोटिकल एयर पब्लिकेशन भी हो चुका है। जिसके बाद अंतराष्ट्रीय स्तर की उड़ाने भी आवश्यकता पडऩे पर डुमना एयरपोर्ट पर लैंड हो सकेंगी।
एआइपी में यह हुआ प्रकाशित
एयरपोर्ट कहां और किस दिशा में हैं। एयरपोर्ट के रनवे की लम्बाई कितनी है। रनवे कहां से शुरू और कहां खत्म होता है। विमान को कहां पार्क किया जाता है। रनवे और एयरपोर्ट कितनी भूमि में हैं। एयरपोर्ट पर और क्या-क्या सुविधाएं हैं।
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