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एलुमिनियम के बर्तन में बनान और खाना स्वास्थ्य के लिए घातक

फतुहा। भाजपा कार्यालय मां तारा उत्सव पैलेस गोविंदपुर फतुहा में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया जिसका अध्यक्षता भाजपा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनील कुमार शर्मा तथा मुख्य अतिथि सुप्रसिद्ध होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ लक्ष्मी नारायण सिंह पटेल और भाजपा जिला मंत्री शोभा देवी। मुख्य अतिथि डॉ लक्ष्मी नारायण सिंह पटेल ने कहा कि हर एक व्यक्ति की चाहत होती है कि वह ताउम्र सेहतमंद रहे। सेहत बनाए रखने के लिए योग एक्सरसाइज और कई तरह की फिजिकल, एक्टिविटी पर ध्यान देते हैं। इसके अपने खानपान पर भी सही एवं उचित मात्रा बनाए रखने की कोशिश करते हैं। लेकिन एक चीज पर लोगों को ध्यान नहीं जाता है वह है खाना बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले बर्तन। जितना सब्जी और मसाले का ध्यान रखना जरूरी है, उतना ही सही धातु का बर्तन सेलेक्ट करना भी जरूरी है। ज्यादातर लोग इस बात से अनजान है कि किस धातु के बर्तन में खाना पकाने से भोजन की गुणवत्ता लंबे समय तक बनी रहती है। एलुमिनियम के बर्तन में बना खाने से लीवर सिस्टम को भी नुक्सान पहुंचा सकता है। अगर हमारे शरीर में ज्यादा मात्रा में एलुमिनियम पहुंच जाता है तो मांसपेशियों, किडनी और हड्डियों की कोशिकाओं में जमा हो जाती है जो दर्द समेत कई बीमारियों का कारण बन सकता है। अल्जाइमर ( याददाश्त की बीमारी) के मामलों में मस्तिष्क के ऊतकों में भी एल्यूमीनियम के मात्रा पाए गए हैं जिससे यह तो स्पष्ट है कि एल्यूमीनियम के तत्व मानसिक बीमारियों के संभावित कारण भी हो सकते हैं। शरीर में एल्युमिनियम की मात्रा अधिक हो जाने से टीवी और किडनी फेल तक हो सकती है यह हमारे लीवर और नर्वस सिस्टम के लिए भी अच्छा नहीं माना जाता है। दिमाग के लिए अच्छा नहीं है एलुमिनियम के बर्तन में खाना। एल्युमिनियम के बर्तन सर्वप्रथम अंग्रेजों ने जेल के कैदियों के लिए शुरुआत किया था ‌। एल्युमिनियम के बर्तन में बना हुआ खाने से आंख को भारी नुकसान पहुंचता है। यह एक सजा के रूप में अंग्रेजों ने शुरुआत किया गया था। अंग्रेज तो चला गया बावजूद आजादी के बाद भी जेलों में इस तरह के खाना खिलाया जा रहा है। अंग्रेज के पहले पीतल के बर्तन में बनाया खाना खिलाया जाता था। एल्युमिनियम के कुकर में बनाया हुआ खाना स्वास्थ्य के लिए खतरे की घंटी है। गैस्टिक के अलावा पेट में कई तरह से नुकसान हो सकता है। बताया जाता है कि खाना बनाने के लिए एल्युमिनियम के बर्तन इस्तेमाल रोकने के लिए भारत सरकार एलुमिनियम के बर्तन बंद करने जा रही है। एल्युमिनियम के बर्तन के कारण गरीबों को टीवी ,दमा का बीमारी ज्यादा देखा जा रहा है। डॉ लक्ष्मी नारायण सिंह ने सलाह दिया है कि सबसे बेहतर मिट्टी के बर्तन है अन्यथा पीतल का बर्तन इस्तेमाल किया जा सकता है।इस अवसर पर टीपू सिंह, विशाल सिंह,लछुमन साह,अंकुश कुमार, आशीष कुमार, अमीषा कुमारी, सीमा कुमारी ,पूजा कुमारी ,रेखा शर्मा ,अनामिका पाण्डेय ,शोभा पटेल ,ममता पटेल ,अनामिका पटेल, शीला पटेल, रंजीत शाह,रूबी देवी सत्येंद्र पासवान, बब्लू शाह आदि मौजूद थे।

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