ब्रेकिंग
प्लान भी, ऐलान भी… फिर आखिरी वक्त में नीति आयोग की बैठक से क्यों अब्सेंट हो गए हेमंत सोरेन? बिहार: तेजाब से नहलाकर मार डाला…माफी मांगने गए रेप के आरोपी को ‘तालिबानी सजा’ कांवड़ यात्री भूल से भी इस पेड़ के नीचे से न निकलें, खंडित हो जाती है यात्रा! 50 सेकंड में हत्या… वो चाकू घोंपता रहा, कृति तड़पती रही; बेंगलुरु PG मर्डर केस का आरोपी अरेस्ट जम्मू-कश्मीर: कुपवाड़ा मुठभेड़ में एक जवान शहीद, एक आतंकी भी ढेर कारगिल विजय दिवस: CM धामी ने की शहीद के परिजनों के लिए 4 बड़ी घोषणा UP में नहीं रुक रहा कांवड़ियों का बवाल, अब मेरठ में कार में की तोड़फोड़; कई लोग घायल कांवड़ मार्गों पर मस्जिदों से हटने लगे त्रिपाल, 24 घंटे में ही बैकफुट पर आया हरिद्वार प्रशासन हरभजन सिंह ने की सुनीता केजरीवाल से मुलाकात, सीएम की गिरफ्तारी के बाद पहली मीटिंग ‘गाजा में मासूमों की मौत, नेतन्याहू US में बजवा रहे तालियां’, प्रियंका गांधी का फूटा गुस्सा

भोपाल स्‍टेशन पर चलती ट्रेन में चढ़ने के चक्‍कर में फिसला वृद्ध यात्री का पैर, ट्रेन के नीचे गिरा, रेलवे गार्ड की सूझबूझ से बची जान

भोपाल। भोपाल रेलवे स्टेशन पर गुरुवार-शुक्रवार की रात एक वृद्ध यात्री प्रसिद्ध नारायण पांडे की जान रेलवे के गार्ड राजेश मुरखेरिया की सूझबूझ और सतर्कता से बच गई। वृद्ध ने चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश की। तभी बोगी के पायदान से उसका पैर फिसला और वह प्लेटफार्म व बोगी के बीच से होते हुए रेलवे ट्रैक पर जा गिरा। गनीमत रही कि यह यात्री बोगी पीछे की तरफ थी और झंडी दिखा रहे रेलवे गार्ड राजेश मुरखेरिया की तुरंत नजर पड़ गई। उन्होंने बिना सोचे तुरंत ट्रेन का ट्रेन का प्रेशर खोल दिया, जिससे ट्रेन खड़ी हो गई। तब जाकर वृद्ध को ट्रेन के नीचे से निकाला गया। रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक वृद्ध यात्री को हाथ, पैर, सिर में मामूली आईं थी। उन्हें इलाज के लिए 108 एंबुलेंस से हमीदिया अस्पताल भेजा गया था। प्राथमिक उपचार कराने के बाद शुक्रवार को उसे छुट्टी दे दी गई। रेलवे विभाग द्वारा गार्ड को इस उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया जा सकता है
बता दें कि राप्तीसागर एक्सप्रेस (12512) कुचीवेली से गोरखपुर के बीच चलती है। यह ट्रेन गुरुवार-शुक्रवार की रात 1.08 बजे के करीब भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म-दो पर आकर ठहरी थी। इसी ट्रेन में प्रसिद्ध नारायण पांडे अपने परिवार के साथ चेन्न्ई से उत्तरप्रदेश के गोंडा जा रहे थे। वह प्लेटफार्म पर पानी लेने के लिए उतरे थे। तभी ट्रेन चल दी। प्रसिद्ध नारायण ने दौड़कर ट्रेन में चढ़ने की कोशिश की। इसी चक्‍कर में उनका पैर फिसला और ट्रैक पर जा गिरे। उस वक्‍त गार्ड डिब्बा में ड्यूटी पर तैनात राजेश मुरखेरिया झंडी दिखा रहे थे। उन्होंने वृद्ध को चलती ट्रेन में न चढ़ने के लिए आवाज भी लगाई, वृद्ध ट्रेन चलने की आवाज में सुन नहीं पाए और चढ़ने की कोशिशों के बीच घटना का शिकार हो गए। गनीमत रही कि गार्ड ने तुरंत प्रेशर खोलकर ट्रेन रोक ली। यदि चंद सेकंड की भी देरी होती तो वृद्ध की मौत हो सकती थी। पूर्व में ऐसी घटनाओं में ज्यादातर यात्रियों को जानें गंवानी पड़ी हैं।
पहले भी हो चुके हादसे
रेलवे की तरफ से लगातार समझाइश दी जाती रही है कि चलती ट्रेन में न चलें। तब भी कई बार जल्दबाजी में यात्री चलती ट्रेनों में चढ़ने की कोशिशें करते हैं। दो माह पूर्व इसी तरह एक यात्री ने चलती हुई ट्रेन में चढ़ने की कोशिशें की थीं जिसमें यात्री के दोनों पैर कट गए थे।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.