ब्रेकिंग
कोलकाता रेप केस: क्या आरोपी को बेल दे दें? कोर्ट में CBI के वकील के नदारद रहने पर जज हुईं नाराज हिमाचल प्रदेश: शिमला, सोलन और सिरमौर में बाढ़ की चेतावनी, 47 सड़कों पर यातायात ठप पूर्व IAS अधिकारी पूजा खेडकर पर बड़ा एक्शन, केंद्र सरकार ने किया बर्खास्त लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर में गिरी बिल्डिंग, 20 लोग दबे, एक की मौत… SDRF-NDRF मौके पर थाने में पेट्रोल छिड़ककर युवती लगाने लगी आग, लोगों ने बचाया तो बताई कहानी लिस्ट आते ही कांग्रेस में बगावत, राजेंद्र जून, कपूर सिंह नरवाल ने पार्टी को कहा अलविदा भगवान शिव पर दिया गलत बयान, संतों में आक्रोश… अब अनिरुद्धाचार्य ने मांगी माफी हरियाणा: बेटों को MLA बनाने की ख्वाहिश…हुड्डा-सुरजेवाला के दांव पर सोनिया ने लगाया ‘ब्रेक’ 4 परिवार, 45 लाख वोटर्स… जम्मू कश्मीर में सरकार बनाने के लिए बीजेपी का यह फॉर्मूला क्या है? विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के कांग्रेस में जाने से क्या बृजभूषण सिंह को मिल पाएगी सियासी संजीवनी?

कोरोना के साए के बीच EC आज करेगा 5 राज्यों के चुनाव की तारीखों का ऐलान

नई दिल्ली: कोरोना कहर के बीच चुनाव आयोग आज दोपहर 3.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा जिसमें 5 राज्यों में चुनाव का ऐलान किया जा सकता है। बता दें कि पिछले काफी दिनों से पांच राज्यों में होने वाले चुनावों की तारीखों को लेकर चुनाव आयोग का मंथन जारी है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के विधानसभा सत्र इस साल पूरे हो रहे हैं, जिसे लेकर होने वाले चुनावों की तारीखों का ऐलान होना बाकी है। सूत्रों की मानें तो चुनाव आयोग आज इन राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर सकता है। सूत्रों के अनुसार, यूपी में 6 से 8 और पंजाब में 2 से 3 चरणों में चुनाव हो सकते हैं।

इससे पहले अपने आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयोग ने कहा था कि कोविड-19 के मामलों में तेजीसे बढ़ोतरी के बीच सभी दल चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश राज्य में विधानसभा चुनाव समय पर हों। हालांकि, विपक्षी दलों ने कोविड-19 नियमों का उल्लंघन कर रैलियां करने को लेकर आपत्ति जताई थी और चुनाव आयोग से इन संबंध में ध्यान देने के लिए कहा था।

उत्तर प्रदेश में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल जहां मई में समाप्त होगा तो वहीं बाकी के चार राज्यों की विधानसभा का कार्यकाल मार्च में अलग-अलग तारीखों पर समाप्त हो होगा। हालांकि, चुनाव आयोग ने कहा था कि आचार संहिता लागू होने से पहले वह चुनावी रैलियों में कोविड-19 नियमों के उल्लंघन को लेकर न तो कोई कार्रवाई कर सकता है और न ही कोई रोक लगा सकता है। चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले यह जिम्मेदारी राज्य सरकारों की है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.