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बिलासपुर रेलवे में आरपीएफ आइजी समेत जवानों को लग रहा बूस्टर डोज

बिलासपुर। आरपीएफ के अधिकारी समेत जवानों को बूस्टर लगाया जा रहा है। इसके लिए रेलवे क्षेत्र के यूनियन कार्यालय में अलग से कैंप लगाया गया है। जिसमें मंगलवार को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे सुरक्षा बल के आइजी अमिय नंदन सिन्हा ने कैंप पहुंचकर बूस्टर डोज लगाया। इसके बाद कैंप की शुरुआत हुई और इसके बाद बारी – बारी जवानों को डोज लगाया गया।

बिलासपुर शहर में भी सोमवार से कोरोना को हराने बूस्टर डोज़ लगाए जा रहे हैं। पहले चरण में फ्रंट लाइन स्टाफ भी बूस्टर डोज लगाने के पात्र है। इसमें रेलवे का सुरक्षा बल भी आता है। जोन की बात करें तो 1500 जवानों को बूस्टर डोज लगाए जाएंगे। आरपीएफ सीधे यात्रियों के संपर्क में आते हैं। फ्रंट लाइन स्टाफ होने के कारण आरपीएफ प्लेटफार्म से लेकर ट्रेनों में लगातार गश्त करता है। ऐसे में संक्रमण का खतरा उन्हें भी है।

बूस्टर डोज लगने से बल सदस्य सुरक्षित होंगे और बिना किसी बाधा के ड्यूटी कर सकते हैं। शुरुआत में भी जब कोरोना के टीके लगाए गए थे। उस समय आरपीएफ को भी सबसे पहले टीका लगा था। अब बूस्टर डोज की व्यवस्था की गई है। बिलासपुर में विशेष कैंप लगाया गया था। हालांकि पहले 220 ही जवानों को बूस्टर डोज लगाया जाएगा।

इतने ही डोज आया है। धीरे- धीरे सभी को इसकी सुविधा मिलेगी। डोज लगाने से पहले जवानों से यह पूछा जा रहा है कि उनका दो डोज पहले हो चुका है या नहीं। दूसरा डोज लगने के नौ महीने बाद भी बूस्टर डोज लगना है। हालांकि इस बाध्यता की वजह से कुछ जवानों को लौटना पड़ा।

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