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प्रसव के दौरान बच्चे की मौत, परिवार वालों ने लगाए आरोप

रामगढ़वा\
रामगढ़वा पीएचसी में प्रसव के दौरान एक महिला को मृत बच्चा जन्म लेने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। भटवलिया गांव की निवासी उक्त महिला प्रियंका कुमारी ने अस्पताल कर्मियों पर गंभीर आरोप लगाया है।इन्होंने इस आरोप का लिखित शिकायत पत्र जिलाधिकारी मोतिहारी, सिविल सर्जन से लेकर रामगढ़वा बीडीओ, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डीसीएलआर रक्सौल को भी दिया है। इन्होंने बताया है कि पीएचसी रामगढ़वा में 31 जुलाई को एक बजे इनका प्रसव पीड़ा हुआ था। प्रसव के दौरान अस्पताल के लेबर रूम में प्रसव के लिए ए एन एम और ममता ने वैज्ञानिक तरीका अपनाने की बजाय अमानवीय तरीका अपनाना शुरू कर दिया। इनके द्वारा जबरन प्रसव कराने के लिए बाध्य किया गया।लेबर रूम में कोई चिकित्सकीय ब्यवस्था नहीं थी, और इनको प्रसव कराते समय थप्पड़ से गाल पर पिटना शुरू कर दिया गया और इनके छाती पर बैठकर प्रसव कराया गया।उक्त महिला के कमर में कपड़ा भी बांध दिया गया था।प्रसव के इस अमानवीय व कुत्सित कार्य के कारण इनका बच्चा मृत अवस्था मे जन्म लिया।
जबकि प्रसव के पूर्व जांच के दौरान इनके गर्भ में रहने वाला बच्चा बिल्कुल स्वस्थ था। प्रसव कार्य मे इनकी गड़बड़ी के कारण ही जन्म लेने के पहले ही बच्चा मर गया। एएनएम और ममता के द्वारा प्रसव के दौरान किये जा रहे इस अमानवीय कृत्य का इनके द्वारा बार बार विरोध भी किया गया और यहां से रेफर करने की बात भी इन्होंने कही, लेकिन अस्पताल कर्मी इनकी बातों को नहीं सुने और सुरक्षित प्रसव के आश्वासन देते रहे। जब मृत बच्चे ने जन्म लिया तो इनके पति से एक अस्पताल के कागज पर जबरन हस्ताक्षर करा लिया गया।इसके कारण के संबंध मे इन्होंने शिकायत पत्र मे बताया है कि इनलोगों ने ऐसा मरीज से रुपए ऐंठने के लालच में किया है।इस महिला ने इसकी जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने की मांग की है।
चिकित्सा पदाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि आवेदन के आलोक में जांच टीम गठित कर दी गई है।

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