वाराणसी में विधानसभा चुनाव के दौरान ईवीएम को लेकर हुआ था बवाल; अखिलेश यादव ने भिजवाए चेक
वाराणसी: प्रेसवार्ता में मौजूद सपा महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा, सपा जिलाध्यक्ष सुजीत यादव उर्फ लक्कड़, किशन दीक्षित और पूजा यादव। (बाएं से दाएं)विधानसभा चुनाव के दौरान वाराणसी में ईवीएम बदले जाने का आरोप लगाते हुए सपाइयों ने विरोध किया था। विरोध-प्रदर्शन के दौरान ही पथराव और बवाल भी हुआ था। जिसके बाद पुलिस ने लालपुर पांडेयपुर और जैतपुरा थाने में मुकदमा दर्ज कर सपाइयों को जेल भेजा था। जेल में बंद अब उन सपाइयों की एक-एक लाख रुपए की आर्थिक मदद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव करेंगे। यह जानकारी मंगलवार को वाराणसी की शहर दक्षिणी विधानसभा के सपा के पूर्व प्रत्याशी किशन दीक्षित ने दी।कमिश्नर ने जो कहा था उससे उल्टा हुआकिशन दीक्षित ने कहा कि बीती 8 मार्च को पहड़िया मंडी स्थित स्ट्रांग रूम से ईवीएम को निकाल कर बाहर ले जाए जाने पर सपा कार्यकर्ताओं ने विरोध किया था। उस दौरान वाराणसी के कमिश्नर ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि ईवीएम को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के पहले सभी राजनीतिक दलों या उनके प्रत्याशियों या उनके प्रतिनिधियों को सूचना दिया जाना आवश्यक है। लेकिन, ऐसा नहीं किया गया और यहां पर जिला प्रशासन से चूक हुई है।कमिश्नर ने कहा था कि इसकी जांच कराकर दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हालांकि बाद में इसके विपरीत जाकर सपा कार्यकर्ताओं पर ही फर्जी मुकदमें दर्ज कर उन्हें जिला जेल में बंद कर दिया गया।लखनऊ बुलाकर सौंपा है चेककिशन दीक्षित ने बताया कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने वाराणसी जिला जेल में बंद सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की थी। जिला जेल से वापस लखनऊ लौटने के दौरान उन्होंने सपा जिलाध्यक्ष सुजीत यादव लक्कड़ और उनसे सभी कार्यकर्ताओं के बारे में जानकारी ली थी। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से अनुरोध किया था कि जिला जेल में ऐसे कार्यकर्ता बंद है जो आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हैं और जमानत कराने में असमर्थ है। न्यायिक सहयोग के लिए उन्हें आर्थिक मदद की आवश्यकता है।हमारे अनुरोध पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जेल में बंद सपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को एक-एक लाख रुपए के आर्थिक सहयोग के लिए लखनऊ बुलाकर चेक सौंपा है। जेल में बंद सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं के परिजनों को जल्द ही एक-एक लाख रुपये की सहयोग राशि उपलब्ध करा दी जाएगी।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.