दिल्ली में हो सकता है प्रतिबंधों में छूट का ऐलान, वीकेंड कर्फ्यू होगा खत्म; सीएम ने एलजी को भेजा प्रस्ताव
नई दिल्ली। कोरोना के नए मामलों में कमी के चलते राजधानी दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू खत्म करने के साथ कई अन्य प्रतिबंधों में छूट का जल्द ही ऐलान हो सकता है। जानकारी सामने आ रही है कि दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार ने छूट के इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसके बाद प्रस्ताव को मंजूरी के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल के पास भेजा गया है। कहा जा रहा है कि इसे शुक्रवार को ही अनुमति मिली तो रात 10 बजे से सोमवार सुबह 5 बजे तक लगने वाला वीकेंड कर्फ्यू खत्म हो जाएगा। हालांकि, प्रस्ताव में नाइट कर्फ्यू समेत तमाम प्रतिबंधों को अभी जारी रखने पर सहमति है। कुलमिलाकर अभी दिल्ली में तमाम तरह के प्रतिबंध जारी रहेंगे। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, प्रस्ताव बृस्पतिवार को भेजा गया है, ऐसे में इस पर शुक्रवार को ही अनुमति मिल सकती है।
राहत का यह भी है प्रस्ताव
- दुकान खोलने की आड-इवेन व्यवस्था होगी खत्म
- दिल्ली में हट सकता है वीकेंड कर्फ्यू
- निजी दफ्तर भी 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खुलेंगे
- दिल्ली मेट्रो रोजाना 100 प्रतिशत झमता के साथ दौड़ेगी, अब तक वीकेंड कर्फ्यू के चलते शनिवार और रविवार को मेट्रो 15-20 मिनट के अंतराल पर चल रही है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहले भी कई बार कह चुके हैं कि कोरोना के मामले कम हुई तो प्रतिबंधों में छूट का ऐलान किया जा सकता है। वहीं, शुक्रवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा था कि दिल्ली कोरोना के मामले एक सप्ताह से कम हो रहे हैं। इस दौरान अब तक 50 फीसद मामले कम हो गए हैं। इसलिए कोरोना के मामले चरम पर पहुंचने के बाद घटकर आधे रह गए हैं लेकिन खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है, इसलिए कोरोना की रोकथाम के लिए लगाई गई पाबंदियों में राहत के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा
उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोरोना के मामले 28 हजार से अधिक व संक्रमण दर 30 फीसद से अधिक पहुंच गई थी। इसकी तुलना में मामले अब आधे रह गए हैं। संक्रमण दर भी घटकर 22-24 फीसद पर आ गई है। इसलिए ऐसा लग रहा है कि दिल्ली में कोरोना के संक्रमण का चरम खत्म हो गया है और मामले कम हो रहे हैं। थोड़े दिन में संक्रमण दर और कम होने की संभावना है। उन्होंने कम जांच होने के मामले पर कहा कि जनसंख्या के अनुपात में दिल्ली में सबसे अधिक जांच हो रही है।
अस्पतालों व डिस्पेंसरियों में जांच के लिए पहुंचने वाले हर व्यक्ति की जांच की जा रही है। किसी को जांच से मना नहीं किया जाता। जब कोरोना के मामले बढ़ रहे थे तब अधिक संख्या में लोग बीमार हो रहे थे। इसलिए अधिक लोग जांच कराने पहुंच रहे थे। अब लोग बीमार कम हो रहे हैं। इसलिए कम संख्या में लोग जांच कराने के लिए पहुंच रहे हैं। इस वजह से जांच कुछ कम हुई है।उन्होंने कहा कि तीसरी लहर से पहले एक समय कोरोना के मामले 50 से कम हो गए थे। जबकि अभी संक्रमण दर अभी 20 प्रतिशत से अधिक है और मामले भी 12 हजार से 13 हजार आ रहे हैं। इसलिए अभी सतर्क रहना जरूरी है।
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