सीहोर | वैसे तो जिले में गिने चुने ही उद्योग है जो शिक्षित बेरोजगारों को सीमित रोजगार देने का कार्य कर रहे है पर अब मीडिया ओर छुटभैये नेताओ की नजर इन अपने व्यसायिक हित साधने के लिए इन उद्योग पर पड़ चुकी है इन उद्योग में एक है जयश्री गायत्री फूड्स जो तकरीबन 2 हजार लोगों को रोजगार दे रही है विगत दिनों एक छोटी सी घटना को लेकर मीडिया व छुटभैया ग्रामीण नेता की मिलीभगत ने ऐसा बबंडर मचाया जैसे फैक्टरी से निकले पानी ने जिले में कोहराम मचा दिया है हजारों लोग इस पानी से बीमार हो गए होंगे वही ग्रामीण क्षेत्र के एक छपास प्रेमी नेता ने कुछ ग्रामीणों को इखट्टा कर कलेक्टर सहाब को ज्ञापन भी दे दिया पर्दे के पीछे की कहानी में चूंकि 26 जनवरी आने वाली जे ओर मीडिया से जुड़े लोगों पर विज्ञापन का दवाब रहता है तो मीडिया सक्रिय हुई और कंपनी पर लाखो के विज्ञापन की मांग शरू की गई मीडिया में ही शामिल कुछ पोर्टल वाले कंपनी मैनेजमेंट पर पेसो का दवाब बनने लगे वही ग्रामीण क्षेत्र के छपास प्रेमी नेता भी जलती आग में रोटी सेकने के लिए लालायित होनै जब मांग पूरी न होते दिखी तो फिर खेल शरू हुवा ओर  सभी मे मिलकर हंगामा शरू कर दिया औऱफक्टरी को नोटिस ओर बंद करवाने की कवायद शरू कर दी है

एक तो जिले में वैसे ही रोजगार का आभव है हजारों बेरोजगार घूम रहे है कोई रोजगार देने का काम कर रहा है तो उसे अपने हित के लिए बंद करवाने में अपनी भूमिका बढ़ चढ़ कर निभाने वालो की भी शहर के कोई कमी नही है वर्षों पहले भी ऐसी ही हरकतों की वजह से शुगर फैक्टरी जगमानेक साल्वेंट प्लांट सहित कई फेक्टरिया बंद हो चुकी है