ब्रेकिंग
जहानाबाद दोहरे हत्याकांड में सात आरोपियों को सश्रम आजीवन कारावास डोनियर ग्रुप ने लॉन्च किया ‘नियो स्ट्रेच # फ़्रीडम टू मूव’: एक ग्रैंड म्यूज़िकल जिसमें दिखेंगे टाइगर श... छात्र-छात्राओं में विज्ञान के प्रति रुचि जागृत करने हेतु मनी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस राबड़ी, मीसा, हेमा यादव के खिलाफ ईडी के पास पुख्ता सबूत, कोई बच नहीं सकता “समान नागरिक संहिता” उत्तराखंड में लागू - अब देश में लागू होने की बारी नगरनौसा हाई स्कूल के मैदान में प्रखंड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन पुलिस अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को दिलाया पांच‌ प्रण बिहार में समावेशी शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों को नहीं मिल रहा लाभ : राधिका जिला पदाधिकारी ने रोटी बनाने की मशीन एवं अन्य सामग्री उपलब्ध कराया कटिहार में आरपीएफ ने सुरक्षा सम्मेलन किया आयोजित -आरपीएफ अपराध नियंत्रण में जागरूक करने के प्रयास सफ...

Meta ने बदली पॉलिसी, Facebook, Instagram और WhatsApp चलाने के बदले नियम, यहां जानें डिटेल

नई दिल्ली। मेटा (Meta) ने अपनी पॉलिसी में बदलाव का ऐलान किया है। ऐसे में आने वाले दिनों में फेसबुक (Faceook), इंस्टाग्राम (Instagram) वॉट्सऐप (WhatsApp) चलाने के नियम में नियमों बदल जाएंगे। नए नियम सामाजिक मुद्दों वाले विज्ञापनों को लेकर है। नए नियम लागू होने के बाद फेसबुक और इंस्टाग्राम पर विज्ञापन पर डिस्क्लेमर जारी करना होगा। साथ ही कई अन्य बदलाव किए गए हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से-

क्यों करने पड़े बदलाव

दरअसल पिछले कुछ वर्षो में मेटा पर चुनावों को प्रभावित करने जैसे आरोप लगे हैं। जिससे मेटा अपने प्लेटफॉर्म को ज्यादा पारदर्शी और जिम्मेदार दिखाने की कोशिश में है। यही वजह है कि मेटा ने अपने प्लेटफॉर्म के लिए कुछ नए नियम लागू किए हैं। कंपनी का दावा है कि चुनावों में बेहतर सुरक्षा और लोगों को वोट देने और अपने प्लेटफॉर्म को बेस्ट बनाने के लिए भारी निवेश किए हैं। मेटा पर सार्वजनिक राय और निर्वाचन स्थल में लोगों के मत वाले विज्ञापनों को डिस्क्लेमर के साथ जारी करने का आदेश दिया है।

किन विज्ञापनों के लिए लागू हुए नियम

  1. अपराध
  2. अर्थव्यवस्था
  3. स्वास्थ्य
  4. सामाजिक मुद्दे वाले विज्ञापन
  5. चुनावों या राजनैतिक विज्ञापन
  6. चर्चा, बहस और वकालत वाले विज्ञापन
  7. राजनैतिक मूल्य एवं शासन-प्रणाली
  8. नागरिक एवं सामाजिक अधिकार
  9. अप्रवास, शिक्षा एवं सुरक्षा और विदेश नीति

तय उल्लंघन वाले विज्ञापन हटाए जाएंगे प्लेटफॉर्म से

साधारण शब्दों में कहें, तो यूजर्स बिना अपनी जानकारी उजागर किए विज्ञापन नहीं जारी कर सकेगा। ऐसी ही एक पहल भारत में साल 2019 के आम चुनाव में देखा गया। जहां विज्ञापनदाताओं को सरकार की ओर से फोटो आईडी के प्रयोग के बाद विज्ञापन का भुगतान किया गया था। मेटा के बयान के मुताबिक फेसबुक पर राजनैतिक, चुनावी या सामाजिक मुद्दे के विज्ञापन को बिना डिस्क्लेमर सही प्रक्रिया के पोस्ट करते हैं, तो उसे प्लेटफॉर्म से हटा दिया जाएगा। साथ ही कंपनी ऐसे विज्ञापन जारी करने वालों को ब्लैक लिस्ट कर सकती है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.