ब्रेकिंग
जहानाबाद दोहरे हत्याकांड में सात आरोपियों को सश्रम आजीवन कारावास डोनियर ग्रुप ने लॉन्च किया ‘नियो स्ट्रेच # फ़्रीडम टू मूव’: एक ग्रैंड म्यूज़िकल जिसमें दिखेंगे टाइगर श... छात्र-छात्राओं में विज्ञान के प्रति रुचि जागृत करने हेतु मनी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस राबड़ी, मीसा, हेमा यादव के खिलाफ ईडी के पास पुख्ता सबूत, कोई बच नहीं सकता “समान नागरिक संहिता” उत्तराखंड में लागू - अब देश में लागू होने की बारी नगरनौसा हाई स्कूल के मैदान में प्रखंड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन पुलिस अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को दिलाया पांच‌ प्रण बिहार में समावेशी शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों को नहीं मिल रहा लाभ : राधिका जिला पदाधिकारी ने रोटी बनाने की मशीन एवं अन्य सामग्री उपलब्ध कराया कटिहार में आरपीएफ ने सुरक्षा सम्मेलन किया आयोजित -आरपीएफ अपराध नियंत्रण में जागरूक करने के प्रयास सफ...

डेढ़ दर्जन रोजगार सहायकों को किया दूसरी पंचायतों में पदस्थ, सचिवों को सौंपी मूल पंचायत

छतरपुर (मध्य प्रदेश); छतरपुर जिले की बिजावर जनपद पंचायत क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में सचिवों और रोजगार सहायकों के प्रभार शासन के दिशा निर्देश को ठेंगा दिखा रहे है। क्षेत्र की 60 ग्राम पंचायतों में करीब डेढ़ दर्जन रोजगार सहायकों को शासन के निर्देशों के विपरीत मूल पंचायत की बजाए दूसरी पंचायत का प्रभार दिया गया है। तो दो सचिव को उसकी मूल पंचायत दे दी गई। यह भी निर्देशों के विपरीत है।इसके अलावा करीब 1 दर्जन से अधिक पंचायत सचिवों और रोजगार सहायकों के पास एक साथ दो पंचायतों का प्रभार है। गड़बड़ी का यह सिलसिला यहीं नहीं थमा बल्कि कई ग्राम पंचायतों में सरपंच के परिजन ही सचिव अथवा रोजगार सहायक के रूप में पदस्थ हैं।डेढ़ दर्जन रोजगार सहायकों को किया दूसरी पंचायतों में पदस्थपंचायतों के प्रभार देने में मनमानी, पक्षपात और गलत करने वालों को प्रशासनिक स्तर पर संरक्षण देने के आरोप है। शासन के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद रोजगार सहायकों को मूल पंचायतों की बजाय दूसरी पंचायतों का प्रभार दिया गया है । हाल ही में 5 रोजगार सहायकों को इसी आदेश का हवाला देते हुए वापस मूल ग्राम पंचायत में पदस्थ कर दिया गया। लेकिन डेढ़ दर्जन रोजगार सहायक अभी भी दूसरी ग्राम पंचायतों में तैनात है। ग्राम रोजगार सहायक शुभम दीक्षित की मूल पदस्थापना गोपालपुरा में है, लेकिन उन्हें मऊखेरा में पदस्थ किया गया है।इसी तरह मऊखेरा के चतुर्भुज राय गोपालपुरा में, पतरा के हरदयाल अहिरवार, बक्सवाहा में रगोली के राहुल राजपूत, नयागांव में नयागांव के चंद्रभान सिंह परमार, हटवाहा में पाली के उमेश अवस्थी, जसगुवा खुर्द में, महुआ झाला के सीताराम अहिरवार, रगौली में हटवाहा के दयाराम अहिरवार, डारागुवा में जसगुवाखुर्द के संदीप पांडे, पाली में डारागुवा के ललितेश दुबे, नंदगांय बट्टन में रजपुरा के ओम प्रकाश पाठक, कसार में मोतीगढ़ के कोमल अहिरवार, कुपिया में, खैराकला के संदीप त्रिवेदी, पतरा में बक्सवाहा के सावंत सिंह, मोतीगढ़ में बेरखेरी के पुष्पेंद्र तिवारी, सुकवाहा में नारायणपुरा के राजेश दीक्षित, बिहरवारा में और झरकुवा के नंदलाल यादव किशनगढ़ में पदस्थ हैं। इन पर आरोप हैं इन कि रोजगार सहायकों द्वारा गड़बड़ी करने की दर्जनों शिकायतों पर महीनों बाद कार्रवाई के नाम पर उस पंचायत से हटाकर तत्काल उसे दूसरी पंचायत देकर पुरस्कृत कर दिया गया।सचिवो को सौंपी मूल पंचायतक्षेत्र की ग्राम पंचायत मामौन में सचिव चेतराम यादव पदस्थ हैं। यह उनकी मूल पंचायत भी है। जबकि शासन के निर्देशों के अनुसार सचिवों को मूल पंचायत में पदस्थ नहीं किया जाना चाहिए। इसी तरह सचिव संतोष यादव को भी मूल पंचायत पलकोंहा में पदस्थ किया गया है।दोहरा प्रभारअधिकारियों के कृपा पात्रों को 2 पंचायतों का प्रभार देकर जमकर पुरस्कृत किया जा रहा है। इसमें से अधिकांश जगह नजदीकी पंचायत के सचिव अथवा रोजगार सहायक की वजाए दूरदराज की पंचायतों के सचिव एवं रोजगार सहायकों को दोहरा प्रभार दिया गया है। हाल ही में मुख्यमंत्री के बिजावर आगमन के पहले हुई अनौपचारिक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री की सभा में हितग्राहियों को बुलाने में कथित रूप से असमर्थता जताने वाले पंचायत सचिव चेतराम यादव को मूल पंचायत मामौन के साथ ही अनगौर का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है।इसी प्रकार रोजगार सहायक रज्जू यादव के पास भी ग्राम पंचायत मामौन और अनगौर का प्रभार है। सचिव जगन्नाथ वर्मा के पास बक्सवाहा और मझगवां खुर्द पंचायत का जिम्मा है। तो पंचायत सचिव जाहर सिंह नयागांव और पनागर दो जगह के प्रभार में है। इसी तरह ग्राम रोजगार सहायक राहुल राजपूत नयागांव में पदस्थ है और बक्सोही के सचिव प्रभार में भी है। तो पंचायत सचिव केके पाठक के पास कसार और पाली का सचिव प्रभार है।रोजगार सहायक अशोक सेन के पास लखनगुवा और खेरा कला का प्रभार है। सचिव राजबहादुर गुप्ता के पास महुआझाला और कुपी की जिम्मेवारी है। महेश प्रकाश गुप्ता का स्थानांतरण बक्सवाहा पंचायत हुआ था। लेकिन वह ज्वाइन करने भी नहीं गए फिर उन्हें नंदगायबट्टन पदस्थ कर दिया गया। सचिव रमेश शर्मा को ग्राम पंचायत गड़ा पदस्थ किया गया था। उन्होंने वहां सेवाएं नहीं तो उन्हें विहरवारा पदस्थ कर दिया।सचिव पूरन लाल प्रजापति के पास किशनगड़ और बाकी गिरौली का जिम्मा है। सचिव संतोष यादव के पास ग्राम पंचायत नेगुवा के साथ मूल पंचायत पलकोहा का प्रभार है। ग्राम रोजगार सहायक नंदलाल यादव के पास भी झरकुवा और किशनगढ़ का दोहरा प्रभार है। सचिवों और रोजगार सहायकों को अतिरिक्त प्रभार देने में भी जमकर गड़बड़ी के आरोप है। कुछ मामलों में एक ही व्यक्ति के प्रभार वाली दो पंचायतों की दूरी 30 किलोमीटर तक है।सरपंच के परिजन उसी पंचायत में पदस्थक्षेत्र की कई ग्राम पंचायतों में सरपंच के परिजनों को ही सचिव या रोजगार सहायक के रूप में पदस्थ रखा गया है। ग्राम पंचायत किशनगढ़ में सरपंच लड्डू बाई प्रजापति है। यहां सरपंच के पुत्र पूरन लाल प्रजापति के पास सचिव के वित्तीय अधिकार हैं। इसी तरह ग्राम पंचायत कदवारा में सरपंच हल्की बाई के पुत्र शंकर लाल लोधी ग्राम रोजगार सहायक के पद पर है। तो ग्राम पंचायत बाकी गिरौली में सरपंच रचना सिंह के देवर देवी सिंह यादव रोजगार सहायक के पद पर है।जनपद CEO बोलेइस संबंध में जनपद पंचायत सीईओ मजहर अली ने बताया कि उन्हें हाल ही में बिजावर का प्रभार मिला है। इन विषयों की जानकारी लेकर शासन के नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.