कहा- सरकार ने छीन लिया बुढ़ापे की लाठी, रामाशीष सिंह की शहादत नहीं जाएगी बेकार
बिजनौर: बिजनौर में आज सैकड़ों सरकारी कर्मचारियों ने अटेवा पेंशन बचाओ मंच उत्तर प्रदेश के प्रांतीय आवाहृन पर डॉ. रामाशीष सिंह की पुण्यतिथि पर उनको श्रद्धांजलि दी। साथ ही पुरानी पेंशन बहाली के समर्थन में बिजनौर क्लब से शहीद स्मारक तक कैंडल मार्च निकाला।विभिन्न संगठनों के सैकड़ों कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर शहर भर में कैंडल मार्च निकाला। इस मौके पर अटेवा प्रांतीय उपाध्यक्ष चंद्रहास सिंह ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली के लिए निरंतर संघर्ष जारी है और रहेगा। 7 दिसंबर 2016 को पुरानी पेंशन बहाली के संघर्ष में रामाशीष सिंह की शहादत हुई थी। बेकार नहीं जाएगी डॉ. रामाशीष सिंह की शहादत की बदौलत राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड और पंजाब में पुरानी पेंशन बहाल हुई है।अटेवा पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से संघर्षरत हैकलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के मंडलाध्यक्ष सतीश चौधरी ने कहा पुरानी पेंशन बहाली के संघर्ष में 2005 के बाद नियुक्त कर्मचारियों को संघर्ष की राह पर ईमानदारी से आना होगा। सिंचाई संघ के जिलाध्यक्ष शूरवीर सिंह ने कहा कि पुरानी पेंशन बुढ़ापे का सहारा है जिसके लिए अटेवा पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से संघर्षरत है। इरीगेशन डिपार्टमेंट के जिला मंत्री रविश चौधरी ने कहा की पुरानी पेंशन के बिना बुढ़ापा सुरक्षित नहीं है आज शिक्षक एवं कर्मचारी संघर्ष की राह पर हैं। इसे सरकार को समझना होगा। बेसिक शिक्षक परिवार एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष चित्र कुमार ने कहा की पुरानी पेंशन शिक्षकों एवं कर्मचारियों का संवैधानिक अधिकार है जिसके लिए संघर्ष जारी रहेगा।यह संघर्ष प्रत्येक कार्मिक का हैउत्तर प्रदेश पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष जय प्रकाश पाल कहा कि पुरानी पेंशन बहाली का संघर्ष किसी एक शिक्षक एवं कर्मचारी का नहीं यह संघर्ष प्रत्येक कार्मिक का है।डिप्लोमा फार्मेसिस्ट एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष राजेश कुमार रवि ने कहा कि पुरानी पेंशन बुढ़ापे का सहारा है जिसे सरकारों ने षड्यंत्र को छिनने का काम किया है।बिजनौर में कर्मचारियों ने निकाला कैंडल मार्च।ये लोग रहे मौजूदइस मौके पर माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला कोषाध्यक्ष मनोज कुमार यादव, जिला उपाध्यक्ष मोहित कुमार शर्मा, कौशल, गीता ,रानी ,बबीता रानी पंकज ,कटारिया ,मिथिलेश वर्मा, नरेंश कुमार, सुरेंद्र कुमार ,सत्यपाल सिंह ,संदीप राजवंश ,जगमोहन, कृष्ण कुमार, संजीव कुमार ,हिमांशु कुमार ,चंद्रपाल सिंह ,आशीष कुमार ,नवीन कुमार ,अंकित सिंह ,पंकज जैसवाल ,संदीप कुमार ,विपिन शर्मा ,अनुराग विश्नोई, अरूण कुमार ,हर्षित राजपूत ,रामवीर सिंह, रविंद्र कुमार ,कृष्ण कुमार पाण्डेय, पारस मलिक ,प्रदीप कुमार ,सुनील कुमार ,भूपेंद्र चौधरी, विनोद यादव ,जयप्रकाश पटेल ,नरेश कुमार ,जितेंद्र कुमार और मोहम्मद अनस आदि मौजूद रहे।
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