बिहार में राजनीतिक सरगर्मी तेज उपेंद्र कुशवाहा किधर जाएंगे, तेजस्वी की ताजपोशी मुश्किल
फतुहा। बिहार में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। उपेंद्र कुशवाहा, राजद, लोजपा शरद यादव, भाजपा, जदयू में भ्रमण कर लिए अब किधर जाएंगे? कुशवाहा जी नीतीश कुमार को कभी तानाशाह बताते थे तो कभी अवधिया का नेता । नीतीश कुमार क्या भूले होंगे? उपेंद्र कुशवाहा क्या भूल गए नीतीश कुमार ने कुशवाहा के सरकारी आवास को पुलिस द्वारा खाली करवा दिया गया था, बताया जाता है कि उसमें पूरे परिवार के साथ माताजी भी थे। बावजूद जदयू को गला लगा लिया और प्रधानमंत्री का सपना दिखलाने लगे तथा भाजपा को उखाड़ फेंकने का सपना देखने लगे?
उपेंद्र कुशवाहा को भाजपा ने गले लगा लिया तथा शिक्षा मंत्री तक बना दिया किंतु भाजपा से भागकर नीतीश कुमार के शरण में पहुंच गए। उस नीतीश कुमार के पास जिसने जार्ज फर्नांडिस,शरद यादव,सतीश कुमार जैसे व्यक्तित्व को दूध में गिरी मक्खी की तरह निकाल कर फेंक दिया था। तेजस्वी यादव को सब्जबाग दिखाकर मुख्यमंत्री का पद संभाल लिया। तेजस्वी यादव की ताजपोशी अब खटाई में पड़ गई है। नीतीश कुमार चाणक्य नीति अब खत्म होने के कगार पर है। नीतीश कुमार ने बिहार को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है पूरे बिहार को अपराध की नगरी ,भ्रष्टाचार का साम्राज्य, शिक्षा के चौपट, भारत सरकार की सभी योजनाओं को तहस-नहस कर दिया। नीतीश कुमार का अगला पड़ाव कहां होगा भविष्य बताना मुश्किल है।
बिहार का भ्रमण किसी काम का साबित नहीं होगा समाधान यात्रा से इनकी राजनीतिक यात्रा का व्यवधान दूर होने वाला नहीं है।