सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे के अनुसार जोशीमठ की मौजूदा स्थिति चीन से लगी अग्रिम सीमा के मोर्चे के रूप में है। यहां की सड़कों में भी दरारें आ गई हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि सैन्य आवागमन पर कोई असर नहीं पड़ा है। गृह मंत्री अमित शाह के साथ जोशीमठ संकट को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक होने जा रही है। जिसमें चीन से लगी हुई सीमा की सैन्य स्थिति पर भी गंभीरता के साथ विचार-विमर्श होगा। चीन की सीमा से लगी हुई लगभग ढाई दर्जन इमारतों में बड़ी-बड़ी दरारें देखी गई हैं। कई रोड क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वर्तमान स्थिति को देखते हुए स्थाई रूप से सैन्य मुख्यालय को औली में शिफ्ट किए जाने का भी प्रस्ताव आया है।