सबसे योग्य व्यक्ति को भी पार्टी का नेतृत्व करने के लिए 5 वर्ष ही मिलना चाहिए : प्रशांत किशोर
गोपालगंज। आपको बता दें की जन सुराज पदयात्रा के 108वें दिन की शुरुआत गोपालगंज के बैकुण्ठपुर प्रखंड अंतर्गत खैरा आज़म पंचायत स्थिति दुर्गा मंदिर के समीप स्थित पदयात्रा शिविर में सर्वधर्म प्रार्थना से हुई। इसके बाद प्रशांत किशोर सैकड़ों पदयात्रियों के साथ बनकटी गांव से पदयात्रा के लिए निकले। आज जन सुराज पदयात्रा गोपालगंज के रेवतीथ, बुधसी, बुचेया पंचायत होते हुए सिधवलिया प्रखंड में प्रवेश कर मोहम्मदपुर पंचायत के बाबा मैरिज हॉल में रात्री विश्राम के लिए पहुंची। प्रशांत किशोर की पदयात्रा का गोपालगंज में आज तीसरा दिन है और वे जिले में अभी लगभग 15 दिन और रुकेंगे और इस दौरान वे अलग अलग गांवों और प्रखंडों में पदयात्रा के माध्यम से जाएंगे। दिन भर की पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर 5 आमसभाओं को संबोधित किया और 6 पंचायत के 18 गांव से गुजरते हुए 19.2 किमी की पदयात्रा तय की। इसके साथ ही प्रशांत किशोर स्थानीय लोगों के साथ संवाद स्थापित किया। वहीं जन सुराज पदयात्रा के दौरान रेवतीथ गांव में एक आम सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि क्या गांधी जी बिना समाज को एकजुट किए देश को आजादी दिला सकते थे? आजादी दिलाने के लिए गांधी जी ने तो कोई दल भी नहीं बनाया था। गांधी जी आगे-आगे चले पीछे से पूरा समाज खड़ा हुआ तब जाकर उन्हें बल मिला। यही मैं आपको समझा रहा हूं कि अपने लिए अपना दल बनाइये। जन सुराज अगर दल बना तो वो बिहार का सबसे काबिल और सही लोगो का दल होगा और दल की बागडोर सबसे काबिल व्यक्ति के पास होगी, जिसे दल के सभी लोग मिलकर चुनेंगे। दल चलाने वाले काबिल से काबिल आदमी को भी सिर्फ 5 वर्ष ही मिलना चाहिए। उसके बाद दूसरे व्यक्ति को दल का नेता बनने का मौका देना चाहिए। अगर सचिन तेंदुलकर और उनका लड़का ही क्रिकेट खेलते तो विराट कोहली को मौका कब मिलता? अगर विराट कोहली ही खेलते तो रोहित शर्मा कैसे खेलते? वहीं जन सुराज पदयात्रा के दौरान रेवतीथ गांव में आम सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज की विकास योजना में आपको बताया जाएगा कि आपके पंचायत में पढ़ने की व्यवस्था कैसे की जाएगी। योजना के माध्यम से बताया जाएगा कि खेती-किसानी करने वालों की आमदनी कैसे बढ़ायी जाएगी। योजना में आपको बताया जाएगा कि आपके पंचायत में 5 सौ से 1 हजार लड़कों को नए रोजगार का साधन कैसे मुहैया कराया जाएगा। आप योजना को पढ़िएगा इसके बाद मूल्यांकन कीजिएगा। अगर ठीक लगे तो अपनाये और अगर न ठीक लगे तो जिस दल को आप वोट देते आए हैं उसे देते रहिए। वहीं जन सुराज पदयात्रा के दौरान देवकुली गांव में आम सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि गांधी का फोटो अगर लगाया है और उनकी विचारधारा की बात कर रहे हैं तो एक बार जमीन पर चल कर समाज को समझने का प्रयास कर रहे हैं। आज तो धरती पर बस जनता ही बच गई है। जिसको भी बिहार की जनता ने छोटा-मोटा नेता बना दिया वो तो आज आकाश में उड़ रहा है। धरती में आज नेता कहाँ बच गया है। मैं साथ में यह भी समझने की कोशिश कर रहा हूं कि पिछले 40 से 50 वर्षों में बिहार में सारे प्रयत्न करके आप हम बिहार के लोगों ने देख लिया। लोगों की पूरी जिंदगी-जवानी गुजर गई यह देखते हुए कि बिहार पिछले 50 साल पहले भी देश के सबसे गरीब और पिछड़ा राज्य था आज भी सबसे गरीब और पिछड़ा है। यह दशा इसलिए नहीं सुधर रही है, क्योंकि पिछले 5 साल बैठ कर आप रोजगार, किसान, फसल, सड़क, शिक्षा पर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, उस पर चिंता जाहिर करते हैं पर जैसे ही चुनाव आता है आप सब दुख दर्द भूलकर जाती-धर्म के नाम पर वोट देकर आ जाते हैं।आपको इस बात का अंदाजा नहीं होता कि ऐसा करने से आप अपने और अपने परिवार का कितना नुकसान कर रहे हैं।