रविदास के आदर्शों व विचारों को मुख्यमंत्री सर जमीन पर उतारने का कर रहे काम : उमेश कुशवाहा
वंचित तबकों के सर्वांगीण उत्थान के लिए कल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत कर संभावनाओं के खोले हैं नए द्वार
पटना। पार्टी कार्यालय में महान संत शिरोमणि, महान दार्शनिक, समाज सुधारक, कवि और भक्ति आंदोलन के नेतृत्वकर्ता गुरु रविदास की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। उनके तैल्य चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों में राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद राजीव रंजन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व मंत्री संतोष सिंह निराला, विधान पार्षद रविन्द्र प्रसाद सिंह, खाद्य आयोग के अध्यक्ष श्री विद्यानन्द विकल, पूर्व विधायक अरुण मांझी, प्रदेश महासचिव लोक प्रकाश सिंह, सचिव वासुदेव कुशवाहा, रणविजय सिंह, दीपक रजक, नवीश कुमार नवेंदु, बंटी चंद्रवंशी, शत्रुध्न पासवान, पटना जिला अध्यक्ष अशोक सिंह, महानगर अध्यक्ष आसिफ कमाल सहित बड़ी संख्या में पार्टी के नेतागण शामिल रहे।
बाद में पत्रकारों से बात करते हुए प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि श्रद्धेय गुरु रविदास के जो आदर्श और विचार रहे हैं, आज उसको मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सर जमीन पर उतारने का काम कर रहे हैं और यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। संत शिरोमणि रविदास जी ने मानवता एवं विश्व बंधुत्व के साथ-साथ सामाजिक समरसता के संवर्धन के लिए कार्य किया एवं विश्व समुदाय को एकता, अखंडता तथा भाईचारे का संदेश दिया था। उन्होंने अपनी रचनाओं से समाज में व्याप्त बुराइयों एवं कुरीतियों को दूर करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी उक्ति “मन चंगा तो कठौती में गंगा” आज भी जन-जन के मुंह पर है, वास्तव में यह कहावत मानव मूल्य और नैतिकता के महत्व पर बल देता हैl मीराबाई ने भी उन्हें अपना आदर्श माना। इन्होंने सती प्रथा जैसी कुरीतियों को रोकने का संभवत प्रथम सार्थक प्रयास भी किया।
उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि संत रविदास जात- पात के प्रबल विरोधी थे एवं सामाजिक समानता एवं समरसता की प्रेरणा देने वाले थे। वंचित व उपेक्षित समाज की चिंता करने वाले उनके विचारों का विश्लेषण करने और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यों को देखने के बाद स्पस्ट होता है कि मुख्यमंत्री का न्याय के साथ विकास का पूरा सिद्धांत संत रविदास जी के विचारों पर आधारित है। समाज के वंचित तबकों के सर्वांगीण उत्थान के लिए नीतीश कुमार ने जो किया है, जितनी कल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत की है और संभावनाओं के जितने नए द्वार खोले हैं वैसा कोई युगपुरुष ही कर सकता है।
प्रशांत किशोर पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वो एजेंसी चलाते हैं उसे चलाएं, प्रचार प्रसार करने का रोजगार करते हैं करें। प्रशांत किशोर क्या हैं सभी उनको जानते हैं, जदयू राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, अंबेडकर, लोहिया, जेपी, जगदेव बाबू और कर्पूरी ठाकुर के विचारों, आदर्शों पर चलने वाली और उनलोगों ने जो सपना देखा था उसे आगे बढ़ाने का काम हमारी पार्टी और हमारे नेता कर रहे हैं।