ब्रेकिंग
महाराष्ट्र में प्रचंड जीत के बाद सरकार बनाने की तैयारी तेज, BJP-शिवसेना-NCP की अलग-अलग बैठकें पत्थर तो चलेंगे… संभल बवाल पर बोले रामगोपाल यादव, अखिलेश ने कहा- सरकार ने जानबूझकर कराया पाकिस्तान से जंग में तीन बंकरों को कर दिया था नेस्तनाबूद , कहानी गाजीपुर के राम उग्रह पांडेय की झारखंड: जिस पार्टी का जीता सिर्फ एक विधायक, उसने भी बोला दे दूंगा इस्तीफा गाजियाबाद: डासना मंदिर के बाहर फोर्स तैनात, यति नरसिंहानंद को दिल्ली जाने से रोका, ये है वजह गूगल मैप ने दिया ‘धोखा’… दिखाया गलत रास्ता, पुल से नदी में गिरी कार, 3 की मौत 30 लाख की नौकरी छोड़ी, UPSC क्रैक कर बने IPS, जानें कौन हैं संभल के SP कृष्ण कुमार बिश्नोई? संभल: मस्जिद के सर्वे को लेकर 1 घंटे तक तांडव… फूंक दीं 7 गाड़ियां, 3 की मौत; बवाल की कहानी फेरी लगाने गया था, घर लौटी लाश… संभल हिंसा दे गई न भूलने वाला जख्म इंदौर-दाहोद रेल लाइन प्रोजेक्ट में गुणावद तक अर्थवर्क पूरा, आधे हिस्से में बिछाया गया ट्रैक

पॉक्सो मामले में महिला फुटबॉल के पूर्व कोच के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी

नई दिल्ली| दिल्ली की एक अदालत ने भारतीय अंडर-17 महिला फुटबॉल के पूर्व कोच एलेक्स मारियो एम्ब्रोस के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। उन पर जून 2022 में एक महिला एथलीट का यौन शोषण करने का आरोप है, जब टीम नॉर्वे में प्रशिक्षण ले रही थी। द्वारका अदालत ने दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 70 (किसी भी व्यक्ति की उपस्थिति या गिरफ्तारी के लिए मजबूर करना या किसी भी स्थान की तलाशी लेना) के तहत वारंट जारी किया।

यह मामला यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो) के तहत दर्ज किया गया है।सुनवाई के दौरान अपर सत्र न्यायाधीश ने जमानत के लिए लगाई गई शर्तों का पालन नहीं करने पर जमानतदार को नोटिस भी जारी किया अदालत ने मामले को 25 फरवरी को आगे की सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया।

एम्ब्रोस को पिछले साल जून में यूरोप के एक प्रशिक्षण दौरे के दौरान एक नाबालिग खिलाड़ी के साथ कथित दुराचार के लिए निलंबित कर दिया गया है और नॉर्वे से वापस बुला लिया गया है।40 वर्षीय कोच पर नाबालिग लड़की के साथ कथित यौन दुराचार का आरोप है, जब भारतीय टीम फीफा अंडर -17 महिला विश्व कप की तैयारी के लिए यूरोप में थी।

अपनी प्रतिष्ठा को धूमिल करने का आरोप लगाते हुए एम्ब्रोस ने यौन दुराचार के आरोपों से इनकार किया था और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) को कानूनी नोटिस भेजा। उनके वकील द्वारा जारी नोटिस में एआईएफएफ की कार्रवाई को मनमाना और असंवैधानिक कहा गया है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.