ईमाम हुसैन की मनाई गई जयंती
वक्ताओं ने कहा ह़क और इंसाफ के लिए हुसैन ने दी कुर्बानी
जहानाबाद। इमाम हुसैन (अ.स.) की जयंती पर जश्ने ईमाम हुसैन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मंसूर अख्तर के कुराने पाक की तिलावत से हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लखनऊ से आये मौलाना मिसम जैदी ने इमामे हुसैन(अ.स.)पर बोलते हुए कहा कि इमाम हुसैन ने कर्बला के मैदान में अपनी कुर्बानी दे दी लेकिन हक से नहीं हटे। हुसैन (अ.स.) का पैगाम हम सब को समझना चाहिए। वही मुंबई से आए मौलाना साजिद अशरफ नज़मी ने कहा की जिस तरह से कर्बला में इमाम हुसैन की आवाज़ पर एक होना जरूरी था ठीक इसी तरह आज भी इमाम हुसैन के नाम पर एक होना जरूरी है। कार्यक्रम में शिया जामा मस्जिद अली नगर पाली के इमाम सैयद कल्बे हुसैन जाफरी ने भी कहा की हमेशा सच्चाई के रास्ते पर इंसान को चलना चाहिए। इमामे हुसैन के अकीदत मंदो ने अपनी बातें रखी वही अजय विश्वकर्मा ने भी कहा कि ईमाम हुसैन ने अपनी जिंदगी में हिंदुस्तान भी आने का ख्वाहिश किया था यह हम हिंदुस्तानी के लिए एक गर्व की बात है।इस कार्यक्रम में सैयद मुबारक हसन तारिक फतेह, अली इमाम, मुशर्रफ पालवी, विनीत शेखर,दुर्गा प्रसाद,सुजीत कुमार, दिलीप साव,जसीम अख़्तर,साहिल आलम, जाहिद अहमद,सुरज कुमार, नसीम जैदी सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।