ब्रेकिंग
जहानाबाद दोहरे हत्याकांड में सात आरोपियों को सश्रम आजीवन कारावास डोनियर ग्रुप ने लॉन्च किया ‘नियो स्ट्रेच # फ़्रीडम टू मूव’: एक ग्रैंड म्यूज़िकल जिसमें दिखेंगे टाइगर श... छात्र-छात्राओं में विज्ञान के प्रति रुचि जागृत करने हेतु मनी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस राबड़ी, मीसा, हेमा यादव के खिलाफ ईडी के पास पुख्ता सबूत, कोई बच नहीं सकता “समान नागरिक संहिता” उत्तराखंड में लागू - अब देश में लागू होने की बारी नगरनौसा हाई स्कूल के मैदान में प्रखंड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन पुलिस अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को दिलाया पांच‌ प्रण बिहार में समावेशी शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों को नहीं मिल रहा लाभ : राधिका जिला पदाधिकारी ने रोटी बनाने की मशीन एवं अन्य सामग्री उपलब्ध कराया कटिहार में आरपीएफ ने सुरक्षा सम्मेलन किया आयोजित -आरपीएफ अपराध नियंत्रण में जागरूक करने के प्रयास सफ...

तमिलनाडु मामले की जांच करने गये विशेष दल ने मुख्यमंत्री को सौंपी रिपोर्ट

पटना। सोशल मीडिया पर प्रसारित कुछ वीडियो जिसमें तमिलनाडु में बिहार के लोगों पर किये जा रहे कथित हमले को दर्शाया गया था, की जांच हेतु मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर बिहार सरकार द्वारा बालामुरूगन डी० सचिव, ग्रामीण विकास विभाग के नेतृत्व में एक विशेष दल का गठन कर तमिलनाडु भेजा गया था। बिहार सरकार द्वारा गठित चार सदस्यीय विशेष दल द्वारा 4 मार्च 2023 से लेकर 7 मार्च 2023 तक तमिलनाडु के चेन्नई, तिरुपुर एवं कोयंबटूर जिलों में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, इंडस्ट्री एसोसियेशन के प्रतिनिधियों के साथ-साथ वहां की विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं वहां रह रहे बिहार के लोगों से मामले को लेकर बातचीत की गयी। विशेष दल द्वारा आज ‘संकल्प’ 1 अणे मार्ग में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपनी रिपोर्ट सौंपी गयी तथा विशेष दल द्वारा मुख्यमंत्री को विस्तार से पूरे मामले की जानकारी दी गयी। विशेष दल द्वारा बताया गया कि सोशल मीडिया में प्रचलित 7 वीडियो के साथ समाचार / संदेश जो बिहार के प्रवासी श्रमिकों के मोबाइल फोन पर पाये गये, वे भ्रामक पाये गये। वहीं विशेष दल ने बताया कि घटनायें जिनके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुये वह घटना इस संदर्भ में नहीं घटी थीं, ये सभी वायरल वीडियो गलत पाये गये। वहीं विशेष दल द्वारा यह भी बताया गया कि 4 मार्च 2023 को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के स्तर से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अतिथि श्रमिकों को उनकी सुरक्षा का आश्वासन भी दिया गया। वर्तमान में लोग यह समझने लगे हैं कि प्रचलित वीडियो भ्रामक है और गलत एवं भ्रामक सूचना फैलाने वालों पर कार्रवाई करने के लिये तमिलनाडु सरकार के अधिकारी कड़े कदम उठा रहे हैं।

Leave A Reply

Your email address will not be published.