दर्जनों नक्सली घटनाओं को अंजाम देने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के दो कुख्यात नक्सली हरवे हथियार के साथ किया आत्मसमर्पण
गया। शुक्रवार के दिन गया एसएसपी कार्यालय में दो अंतरराज्यीय कुख्यात हार्डकोर नक्सलियों ने हथियार और 57 जिंदा कारतूस के साथ गया पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इसकी जानकारी जिले के एसएसपी आशीष भारती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मिडिया बालों को दी। सुरक्षाबलों के कार्रवाई से प्रभावित होकर दो नक्सलियों ने गया पुलिस व 205 कोबरा बटालियन, सीआरपीएफ 159 बटालियन व एस.एस.बी 32 बटालियन के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि नक्सलियों की गिरफ्तारी हेतु लगातार विशेष अभियान चलाए जा रहे है। इसी क्रम में अंतरराज्यीय कुख्यात हार्डकोर नक्सली प्रदीप सिंह भोक्ता उर्फ नीरज एवं दिनेश भुईया उर्फ उमेश उर्फ मिठ्ठु ने आत्मसम्पर्ण किया। आत्मसमर्पण करने वाले दोनों नक्सली पर बिहार झारखंड राज्य में दर्जनों नक्सली कांडों में वांछित अभियुक्त थे। झारखंड राज्य में भी इन दोनों के विरूद्ध कई कांड दर्ज है। इनके द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर कई जघन्य कांडों को अंजाम दिया गया है। एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि प्रदीप सिंह भोक्ता बड़े-बड़े नक्सली वारदात में शामिल रहा है, वर्ष 2019 में प्रदीप सिंह भोक्ता ने लुटुआ थाना क्षेत्र के छकरबंधा के घने जंगलों में नक्सली घटना को अंजाम दिया था जिसमें सीआरपीएफ के सब इंस्पेक्टर रोशन सिंह शहीद हो गए थे उन्हें आईडी ब्लास्ट कर उड़ा दिया गया था, इसके अलावा 2020 -21 और 22 में भी नक्सली घटना को अंजाम देने में शामिल रहा है, एसएसपी ने बताया कि आत्मसमर्पण नीति के तहत दोनों नक्सलियों को ढाई ढाई लाख रुपए मिलेंगे, यह रुपए प्रदीप व दिनेश के खाते में एफडी के रूप में जमा होगा और ये लोग उन पैसों का इस्तेमाल 3 साल बाद कर सकेंगे। दोनों नक्सलियों ने एक 303 राइफल, एक थरनेट , 7.62 mm के 57 राऊंड के साथ आत्मसमर्पण किया है जिसकी सूची बनाई जा रही है ।