भास्करानंद महाराज को मारवाड़ी युवा मंच ने किया सम्मानित
खगड़िया। दिव्य श्री शिव महापुराण कथा के आखिरी दिन वृन्दावन (यू पी) से पधारे प्रख्यात शिव पुराण प्रवक्ता महामंडलेश्वर आचार्य श्री भास्करानंद जी महाराज द्वारा प्रस्तुत अपने ओजस्वी प्रवचन से हज़ारों हज़ार भक्तजनों के दिलों में बस गए। स्थानीय राम दुलारी कथा भवन के निकटस्थ मैदान में विगत 06 जुलाई 2023 से चल रहे शिव महापुराण कथा का श्रवण लाखों लोगों ने किया। मुख्य यजमान शिव कुमार जालान एवं उनकी पत्नी सरिता देवी ने लोहा पट्टी स्थित बूढ़ा नाथ मंदिर के जीर्णोद्धार के उपरांत शिव महापुराण कथा कार्यक्रम का आयोजन विधि विधान एवं वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ कराया। वृन्दावन से पधारे आचार्य भास्कराननद जी महाराज के संग कई संतों का भी आगमन हुआ, जिनमें आचार्य अरविन्द मिश्रा, आचार्य शत्रुघ्न तिवारी, आचार्य विष्णु तिवारी, आचार्य सन्तोष तिवारी तथा पंडित अशोक चतुर्वेदी शामिल थे। शिव महापुराण कथा कार्यक्रम की अति सुंदर, मनमोहक तथा आकर्षक बनाने में वृंदावन से ही पधारी सुविख्यात भजन गायिका साध्वी कृष्णानंद जी महाराज की सुरीली आवाज में एक से बढ़ कर एक भजनों को सुनाकर शिव महापुराण कथा कार्यक्रम को अति सुंदर, मनमोहक, आकर्षक व मनभावन बन गया, जिसकी भूरी भूरी प्रशंसा हज़ारों हज़ार भक्तजनों ने की। खगड़िया के इस कथा कार्यक्रम को देश विदेश में रहे लोगों तक पहुंचाने में दिल्ली की साधना टीवी चैनल के कर्मियों में प्रमुख थे सोनू जी, निखिल कुमार तथा अभय सिंह। कथा श्रवण के बाद हर संध्या भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण भी होता रहा। शिव पार्वती विवाह, गणेश, कार्तिकेय की सुसज्जित झांकियां भी प्रदर्शित की गई। कथा प्रारंभ के दिन भव्य शोभा यात्रा भी निकाली गई थी। एक सप्ताह तक शान्ति पूर्ण वातावरण में चले शिव महापुराण कथा कार्यक्रम को पूर्णतः सफ़ल बनाने में मारवाड़ी युवा मंच तथा महिला मिड टाउन की महिला पदाधिकारियों और सदस्यों का सहयोग सराहनीय रहा। कार्यक्रम को सफ़ल बनाने में ओम प्रकाश चिरन्या, सुमन जालान, विष्णु बजाज, संजय खेतान, प्रमोद केडिया, प्रशांत खंडेलिया, निधि कुमारी, सुजीत बजाज, संदीप केडिया, बनवारी लाल भीमसारिया आदि की सहभागिता रही। आचार्य भास्करानंद जी महाराज तथा साध्वी कृष्णानंद जी महाराज को सम्नानित किया गया। भास्करानंद जी महाराज ने मारवाड़ी युवा मंच के पदाधिकारियों एवं वरिष्ठ पत्रकार डॉ अरविन्द वर्मा को माला, अंगवस्त्र आदि से आशीर्वचन व आशीर्वाद दिया।