निंदा प्रस्ताव पर विप में दिखा घमाशान
नहीं चला प्रश्नकाल, प्रस्तुत नहीं हो सके तीन दर्जन जनहित के मुद्दे
निंदा प्रस्ताव वापस लेने की मांग को लेकर भाजपा के सदस्य बेल में आये
पटना। बिहार विधान परिषद की तीसरे दिन की कार्यवाही भी हंगाम भी भेट चढ़ी। हालांकि भोजनावकाश के बाद विपक्ष के बहिष्कार के बीच जीएसटी संशोधन बिल पारिता हुआ। बुधवार को सुबह से सदन हल्ला हंगामा होता रहा जिसके सदन की कार्यवाही नहीं चल सकी। भाकपा के प्रो. संजय कुमार सिंह ने वित्तरहित शिक्षकों को अनुदान नहीं देने का मामला उठाया, तो सत्ता पक्ष के उप मुख्य सचेतक सुनील कुमार सिंह ने विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी के खिलाफ निंदा प्रस्ताव मामला उठाया। सभापति के आसन ग्रहण करने के बाद विधान परिषद की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा के सदस्यों ने नियोजित शिक्षकों पर सरकारी अत्याचार का मामला उठाया। भाजपा के नवल किशोर यादव ने कहा कि शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा नहीं देकर सरकार शिक्षकों के साथ नाइंसाफी कर रही है। शिक्षकों की सभी वाजिब मांग सरकार मान ले। शिक्षकों पर कार्रवाई नहीं करें। इस मामले को लेकर भाजपा के सदस्य बेल में आ गए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। इस बीच भाकपा के प्रोफेसर संजय कुमार सिंह ने वित्त रहित शिक्षकों के अनुदान का मामला उठाया। संजय कुमार सिंह ने कहा कि गर्दनीबाग में वित्त रहित शिक्षक अनुदान की मांग पर धरना दे रहे हैं। सरकार इनकी मांग मानते हुए तुरंत अनुदान राशि भेजे। 40 हजार से अधिक वित्त रहित शिक्षक आंदोलन कर रहे हैं। इनका अनुदान पिछले 7 वर्षों से बकाया है। शोर-शराबे के बीच में राजद के सुनील कुमार सिंह ने विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी पर निंदा प्रस्ताव का मामला उठाया। सुनील कुमार सिंह ने कहा कि रामेश्वर महतो ने विपक्ष के नेता प्रस्ताव लाया था, उस पर महोदय क्या हुआ। उन्होंने कहा कि आसन के प्रति विपक्ष के नेता का बर्ताव अशोभनीय है। विपक्ष के नेता ने सभापति के साथ गलत व्यवहार किया गया है। आसन के साथ प्रतिपक्ष के नेता का इस तरह के दुर्व्यवहार की निंदा होनी चाहिए। निंदा प्रस्ताव पर विचार किया जाना चाहिए। भाजपा ने निंदा प्रस्ताव का विरोध किया। भाजपा के दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा कि आसन के साथ विपक्ष ने कभी गलत और दुर्व्यवार नहीं किया है। सरकार शिक्षकों पर लाठीचार्ज कर रही है, इसलिए विपक्ष की ओर से सरकार के लिए गुंडागर्दी शब्द का इस्तेमाल किया गया। भाजपा सदस्यों ने कहा कि निंदा प्रस्ताव वापस लो। भाजपा के सदस्य निंदा प्रस्ताव के मामले को समाप्त करने की मांग करते रहे। विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी ने कहा कि यह पहली घटना नहीं है। इस तरह के मामले आते रहे इस पर सभापति ने कहा पहले क्या होता था मुझे नहीं मालूम, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।सभापति ने कहा कि गुंडागर्दी और मुदार्बाद जैसे शब्द असंसदीय है। अंगुली उठा कर बात नहीं की जा सकती है, सभापति की ओर तो बिल्कुल भी नहीं। हल्ला हंगामा के बीच ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी पटना का वित्तीय वर्ष 2017-18, 2018-19, 2019-20 और 2020-21 के वार्षिक प्रतिवेदन की एक-एक प्रति सदन की मेज पर रखा। खाद्य उपभोक्ता मंत्री लेसी सिंह ने बिहार राज्य खाद्य एवं असैनिक आपूर्ति निगम पटना का वार्षिक वर्ष 2013-14 के वार्षिक प्रतिवेदन की एक प्रति सदन की मेज पर रखा है। बेल में नारेबाजी कर रहे हैं भाजपा के सदस्यों ने सरकार से इस्तीफा मांगा भ्रष्टाचारी से गठजोड़ का आरोप भी लगाया एक बार फिर मुदार्बाद के नारे लगने लगे। इस पर सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने भाजपा के सदस्य प्रमोद कुमार का नाम लेकर कहा कि मुर्दाबाद गलत है इस तरह के शब्द का उपयोग नहीं करें। हल्ला हंगामा के बीच में सदन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे नीतीश कुमार ने इशारों इशारों में विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी की पगड़ी की ओर इशारा किया। इस पर सम्राट चौधरी ने कहा पगड़ी को हटाने में आप भी मदद करिए। सम्राट फिर से बाहर आकर मीडिया से कहा सीएम से मैंने कहा है कि जब तक आप को गद्दी से नहीं उतार दूंगा तब तक यह पगड़ी नहीं उतारूंगा। बुधवार को प्रश्नकाल नहीं चल सका और नौ अल्पसूचित व 27 तारांकित प्रश्न पर सदन में चर्चा नहीं हुई। हंगामे के बीच सभापति ने सदन की कार्यवाही भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी। भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही भाजपा के नवल किशोर यादव ने कहा कि आसन सबके लिए सम्मानित है भूलवश कोई असंसदीय शब्द नेता प्रतिपक्ष बोल दिये हैं तो उसे सदन की कार्यवाही से निकाल देना चाहिए। इसबीच संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि जिसने भूल की वह खेद तो व्यक्त करें। मगर ऐसा नहीं हुआ। राजद के सुनील सिंह के बीच में टोका टोकी से क्षुब्ध होकर भाजपा के सदस्य बर्हिगमन कर गये। बुधवार को राज्य में डाटा इंट्री आॅपरेटर, सहायक प्रोग्रामर, सिस्टम एनालिस्ट आदि पदों के लिए अलग संवर्ग का गठन किए जाने के संबंध में, राज्य के किसानों और सहकारी बैंकों के हित को देखते हुए जिला केन्द्रीय सहकारी बैंकों में सीईओ की नियुक्ति करने के संबंध में और चर्मकार बंधुओं के लिए शहरों और कस्बों में रैदासी छतरी (शेड) का निर्माण कराने के संबंध में ध्यानाकर्षण ल्ध्याकर्षण समिति को सुपुर्द किया गया।