बांग्लादेश में बिगड़े हालात, शेख हसीना ने छोड़ा देश, प्रधानमंत्री आवास में घुसे प्रदर्शनकारी
बांग्लादेश में आरक्षण के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शन अब एक बड़े आंदोलन में बदल चुका है. हिंसा के बीच बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ढाका पैलेस छोड़कर किसी सुरक्षित स्थान पर चली गईं हैं. वहीं लाखों लोग कर्फ्यू तोड़कर सड़क पर उतर चुके हैं, ये लोग प्रधानमंत्री शेख हसीना से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. संभावना जताई जा रही है कि शेख हसीना प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे सकती हैं. न्यूज़ एजेंसी AFP के मुताबिक बांग्लादेश सरकार के खिलाफ जारी इस प्रदर्शन में अब तक कम से कम 300 लोगों की मौत हो चुकी है.
बांग्लादेश मीडिया के हवाले से खबर है कि शेख हसीना अपनी छोटी बहन शेख रेहाना के साथ देश छोड़ चुकी हैं. स्थानीय मीडिया के अनुसार शेख हसीना ने कथित तौर पर इस्तीफा देकर देश छोड़ दिया है. वहीं प्रधानमंत्री आवास में हजारों प्रदर्शनकारी घुस गए हैं, जानकारी के मुताबिक शेख हसीना जाने से पहले एक भाषण रिकॉर्ड करना चाहती थीं, लेकिन उन्हें यह मौका नहीं मिला.
बांग्लादेश में तख्तापलट!
बांग्लादेश में बीते एक महीने से जारी भीषण विरोध प्रदर्शन के बीच सेना प्रमुख वाकर-उज-जमान ने देश को संबोधित किया. उन्होंने कहा है कि प्रदर्शनकारियों की मांग सुनी जाएगी और हिंसा रुकने की स्थिति में कर्फ्यू भी हटा लिया जाएगा. आर्मी चीफ ने कहा है कि वो अंतरिम सरकार का गठन करेंगे, देश की जनता अपना भरोसा रखे. उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की भी अपील की है.
बांग्लादेश एक बार फिर आरक्षण की आग में सुलग रहा है, जगह-जगह से हिंसा और आगजनी की घटना सामने आ रही हैं. सिराजगंज के इनायतपुर थाने में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस स्टेशन को घेरकर उसमें आग लगा दी. थाने में आग लगने से 13 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई. लोकल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोपहर में कई हजार प्रदर्शनकारियों ने एक साथ इनायतपुर थाने पर हमला बोल दिया. अचानक चौतरफा हमले से पुलिसवाले कुछ नहीं कर पाए. फिर प्रदर्शनकारियों ने पूरे थाने में आग लगा दी, जिसमें 13 पुलिस वालों की मौत हो गई.
सड़कों पर सेना टैंकों के साथ कर रही पेट्रोलिंग
बांग्लादेश में हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि सड़कों पर सेना, टैंकों के साथ पेट्रोलिंग कर रही है. बावजूद इसके प्रदर्शनकारियों के हौसले पस्त नहीं हुए हैं. कई जगहों पर लोगों की भीड़ टैंक के साथ चल रहे सैनिकों से उलझ रही है. बांग्लादेश में आरक्षण के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन में रिक्शा चालक भी कूद गए हैं. सैकड़ों की संख्या में रिक्शा वालों ने ढाका की सड़कों पर प्रधानमंत्री शेख हसीना से इस्तीफा देने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया.
हिंसा में 100 से अधिक लोगों की मौत
शेख हसीना सरकार की ओर से पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया गया है. प्रधानमंत्री शेख हसीना प्रदर्शनकारियों से लगातार शांति की अपील कर रही हैं. उसके बावजूद प्रदर्शनकारी मामने को तैयार नहीं हैं. पूरे देश में खूनी खेल और हिंसा का तांडव चल रहा है. पीएम शेख हसीना की इस्तीफे की मांग पर प्रदर्शनकारियों ने पूरे देश में हिंसक प्रदर्शन किया, जिसमें 100 लोगों की मौत हो गई जिसमें 13 पुलिसकर्मी और 6 पत्रकार शामिल हैं.
बांग्लादेश में हिंसा में अबतक क्या-क्या?
- कोटा सिस्टम के खिलाफ छात्रों में भारी नाराजगी.
- बांग्लादेश के कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन.
- हिंसा और आगजनी के बीच पूरे देश में कर्फ्यू.
- देश में 3 दिनों तक सरकारी कार्यालय बंद.
- प्रदर्शन में छात्रों के साथ विपक्षी पार्टियां शामिल.
- सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया.
- देशभर में अवामी लीग पार्टी के दफ्तर में तोड़फोड़.
- पीएम शेख हसीना से इस्तीफे की मांग की गई.
- सड़कों पर आर्मी टैंकों के साथ पेट्रोलिंग कर रही.
- अबतक 11,000 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी.
- एक महीने में करीब 300 लोगों की मौत.
- बांग्लादेश में जुलाई से जारी है हिंसा.
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.