गौकशी जिन क्षेत्रों में की जा रही है वहां हर गांव में पुलिस पिकेट तैनात
मेरठ: गौकशी की घटना रोकने के लिए एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने सभी एडिशल एसपी, सीओ के साथ प्लान बनाया।गौकशी की घटनाओं को रोकने के लिए अब नया प्लान बनाया गया है। इस संबंध में एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने सभी एडिशनल एसपी और सीओ से सुझाव मांगे। जिसमें एसएसपी ने सभी अधिकारियों के साथ बैठक की। जहां जहा गौकशी की घटना से संबंधित गांव रहे हैं वहां पुलिस की पिकेट का प्लान बनाया गया है।सभी थानेदारों से मांगी रिपोर्टएसएसपी ने सभी थानेदारों और सीओ से रिपेार्ट मांगी है। कि पिछले पांच साल में जहां जहां गौकशी की घटनाएं हुई हैं उन क्षेत्रों की पूरी रिपोर्ट तैयार कर लें। ऐसे स्थानों पर पुलिस की ड्यूटी लगाने का चार्ट बनाकर ड्यूटी लगाई जाए। शहर में चौकी इंचार्ज और देहात क्षेत्र में हल्का इंचार्ज इसकी हर रोज मॉनिटरिंग करेंगे। वहीं जो गौ तस्कर जेल से छूटे हैं हर सप्ताह उनका सत्यापन किया जाए।गौकशी करने वालों की खोली जाए हिस्ट्रीशीट1. गौकशी में अपराधियों का शत-प्रतिशत थाना स्तर पर टीम गठित कर थाना पर बुलाकर भौतिक सत्यापन करा लिया जाये।2. बीते सालों में जो नाम सामने आए हैं। ऐसे अपराधियों पर गुंडा एक्ट, गैंगस्टर, हिस्ट्रीशीट 7 दिन में ही खोली जाए।3. गौकशी से सम्बन्धित अभियुक्तों को गिरफ्तारी के दौरान पूछताछ अनिवार्य रूप से हो। साथ ही यह पता लगाया जाये कि बरामद चीज कहां पर सप्लाई होता है। जिसकी जानकारी कर वहां के वाहन स्वामी का पता लगाकर वाहन जब्त किया जा सके।4. गौकशी के मुकदमे दर्ज कर अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी कराते हुए खुद सीओ इस मामले में दबिश की कार्रवाई करें।5. ऐसे गांव जो गौकशी की घटना से प्रभावित हैं। उन गांवों में सीओ जाकर सभी लोगाों के साथ बैठक करें। 6. स्थानीय स्तर पर भी मांस की दुकानों की चैकिंग करते हुए यह पता लगाये कि दुकानों पर मांस किस माध्यम से आता है। जिसके बाद पुलिस आरोपियों पर कार्रवाई कर सके।7.ऐसे स्थान जहां आवारा पशु एकत्रित होते है। उनको ब्लॉक स्तर पर वार्ता कर गौशाला पर भेजने की कार्रवाई हो।8.प्रत्येक ऐसे गांव जहां ऐसी घटनाएं होती हैं वहां प्रत्येक गांव में 2-2 बीट सिपाही तैनात किए जायें।
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