अब तक भ्रष्टाचार के मामले में 11 लोग हो चुके हैं गिरफ्तार
जालंधर: पकड़ी गई एजेंट सपना विजीलैंस टीम के साथपंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट घोटाले में जालंधर में तैनात मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर (MVI) नरेश कलेर के साथ मिलीभगत करने वाली एक भगौड़ी महिला मुलजिम एजेंट सपना निवासी विजय नगर, जालंधर को गिरफ्तार किया है। विजीलैंस ब्यूरो ने उसका मोबाइल फ़ोन और सिम कार्ड ज़ब्त कर लिया है। इस घोटाले के बारे में और जानकारी इकट्ठी करने के लिए मोबाइल और सिम कार्ड डाटा माहिरों को भेजा जायेगा।इस बारे में जानकारी देते हुये विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि ब्यूरो ने MVI जालंधर के दफ़्तर में अचानक चैकिंग की और बड़े स्तर पर प्राइवेट एजेंटों के साथ मिलीभगत करके व्यापारिक और निजी वाहनों की जांच किये बिना फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने के लिए किये जा रहे संगठित भ्रष्टाचार का पर्दाफ़ाश किया था।पहले 10 आरोपी किए जा चुके हैं गिरफ्तारइस मामले में कुल 10 मुलजिम पहले ही गिरफ्तार किये जा चुके हैं जोकि जेल में बंद हैं। जिनमें नरेश कलेर (MVI) उसके एजेंट रामपाल उर्फ राधे, मोहन लाल उर्फ कालू, परमजीत सिंह बेदी, सुरजीत सिंह और हरविन्दर सिंह, पंकज ढींगरा उर्फ भोलू, ब्रिजपाल सिंह उर्फ रिक्की, अरविन्द कुमार उर्फ बिंदु और वरिन्दर सिंह उर्फ दीपू शामिल हैं। अब सपना को मिलाकर कुल 11 आरोपी पकड़े जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले की आगे जांच जारी है और बाकी भगौड़े मुलजिमों को जल्दी ही काबू कर लिया जायेगा।कोर्ट में पेश कर विजिलेंस लेगी रिमांडविजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार महिला अभियुक्त सपना को सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। प्रवक्ता ने बताया कि महिला आरोपी का कोर्ट से रिमांड मांगा जाएगा और रिमांड मिलने के बाद उससे इस मामले में पूछताछ की जाएगी।अगस्त महीने में MVI को पकड़ दर्ज किया था मामलाविजिलेंस ब्यूरो ने MVI के कार्यालय में औचक निरीक्षण किया था और निजी एजेंटों की मिलीभगत से बड़े पैमाने पर वाहनों के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने के लिए एक संगठित भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया था।विजिलेंस ब्यूरो ने पर्याप्त सबूतों के आधार पर भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 7, 7ए और आईपीसी की धारा 420, 120-बी के तहत विजीलैंस ब्यूरो पुलिस स्टेशन जालंधर में 23 अगस्त को मामला दर्ज किया था। इसमें 10 लोगों को नामजद किया गया था।
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