कोविड मरीजों के समुचित इलाज को सदर अस्पताल तैयार
कोविड वार्ड में दस बेड पूरी तरह तैयार
सदर अस्पताल के कोविड वार्ड का डीएम ने किया निरीक्षण
मोतिहारी। बुधवार को जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने सदर अस्पताल , मोतिहारी में बने कोविड वार्ड और ऑक्सीजन ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया, जो पूरी तरह क्रियाशील था। डीएम के साथ सीएस डॉ अंजनी कुमार, डीएस डॉ एस एन सिंह व अन्य स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद थे। इस दौरान जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन से कहा कि कोविड-19 खतरे से निपटने के लिए हमेशा अलर्ट मोड में रहें। अस्पताल में कोविड प्रॉटोकोल के अनुसार साफ सफाई की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने सीएस व स्वास्थ्य कर्मियों को कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए। सीएस डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि कोविड-19 के संभावित खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। कोविड मरीजों के समुचित इलाज हेतु कोविड वार्ड में दस बेड पूरी तरह से तैयार है। आवश्यक दवा , ऑक्सीजन कंसंट्रेटर , पोर्टेबल एक्सरे मशीन की समुचित व्यवस्था की गई है।
मॉक ड्रिल का हुआ सफलतापूर्वक आयोजन: सदर अस्पताल में सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार के नेतृत्व में कोविड पेशेंट के समुचित इलाज हेतु मॉक ड्रिल सफलतापूर्वक किया गया है। इस दौरान कोविड मरीज मिलने पर उसे कैसे अस्पताल लाना है, भर्ती किस प्रकार करना है, इलाज में क्या सावधानियां बरतनी है- ये दिखाया गया। सीएस ने बताया कि कोविड मरीजों के लिए बेड और वेंटिलेटर, ऑक्सीजन की सुविधाएं जांची गई। उन्होंने बताया कि जिले में लगातार टेस्टिंग भी किया जा रहा है।
कोविड से सुरक्षा हेतु प्रिकॉशन डोज व मास्क लगाना जरूरी: सीएस ने कहा कि लोगों को पूर्व की भांति जागरूक होने की जरूरत है। अभी भी बड़ी संख्या में लोग प्रीकॉशन डोज लेने से बचे हुए हैं। ऐसे में जिन लोगों ने अपनी तीसरी डोज नहीं ली है, वो अनिवार्य रूप से अपने नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जाकर प्रीकॉशनरी डोज ले लें। ताकि, वो कोविड के संभावित संक्रमण के प्रभाव से बच सकें। सीएस ने बताया कि कोविड संक्रमण को लेकर लोगों को भयभीत होने की जरूरत नहीं है। भीड़ भाड़ में निकलने से पहले मास्क का इस्तेमाल जरूरी है। सोशल डिस्टेंस का पालन भी जरूरी है। इस अवसर पर सिविल सर्जन, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, डीएस, डीपीएम, यूनिसेफ के प्रतिनिधि, संबंधित डॉक्टर्स एवं नर्सिंगकर्मी उपस्थित थे।