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यात्रा वाले जिलों में शिक्षक अभ्यर्थियों को किया जा रहा नजरबंद- तारकिशोर प्रसाद

काले झंडे, विरोध प्रदर्शनों से डरे सीएम

जमीनी हकीकत से नजर चुरा अधिकारियों के चश्मे से बिहार का विकास देख रहे हैं मुख्यमंत्री 

 

कटिहार। पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने मुख्यमंत्री की यात्रा पर तंज कसते हुए कहा है कि वे जमीनी हकीकत से नजर चुरा कर अधिकारियों के चश्मे से बिहार का विकास देखने का ढोंग कर रहे हैं। दरअसल मुख्यमंत्री प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवाओं में पल रहे आक्रोश से डरे- सहमे हुए हैं। इसीलिए जिन-जिन जिलों में उनकी यात्रा होने वाली है, उन जिलों में BSET, STET और CTET उतीर्ण शिक्षक अभ्यर्थियों को प्रशासन पहले से ही नजरबंद कर दे रहा है। किसी भी शिक्षक अभ्यर्थी को मुख्यमंत्री से मिलने की इजाजत नहीं है।

उन्होंने कहा कि वर्षों से सातवें चरण की शिक्षक बहाली की कॉउंसलिंग के लटके रहने से प्रदेश के लाखों शिक्षक अभ्यर्थियों में भारी गुस्सा व आक्रोश हैं। पटना में जब भी इन अभ्यर्थियों ने सरकार तक अपनी गुहार पहुंचाने की कोशिश की, उन्हें लाठियों से पीट कर भगा दिया गया। पहली दस्तखत से 10 लाख युवकों को रोजगार देने का वायदा करने वाली सरकार नियुक्त कर्मियों को दुबारा नियुक्ति पत्र बांट कर युवाओं को झांसा दे रही है।

श्री प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेरोजगारों के विरोध-प्रदर्शनों व काले झंडे दिखा कर आक्रोश व्यक्त करने की संभावना से डरे-सहमे हैं। इसीलिए सार्वजनिक सभा और जनता से मिलने से वे परहेज कर रहे हैं। अधिकारी मुख्यमंत्री को जहाँ और जितना दिखना चाह रहे हैं, वे उतना ही देख रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री की यात्रा किसी समस्या का समाधान नहीं, महज छलावा है।

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