देश की राजनीति में अलग-थलग पड़े नीतीश कुमार : तारकिशोर प्रसाद
केसीआर ने अपनी मेगा रैली में नीतीश कुमार को नेवता लायक भी नहीं समझा
पटना। पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा है कि प्रधानमंत्री बनने का सपना देखने वाले नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने के लिए भारत यात्रा पर निकलने वाले हैं। मगर उनका यह सपना तब चकनाचूर हो गया जब भारत राष्ट्र समिति (बीएसआर) के प्रमुख और तेलांगना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने विपक्षियों को एकजुट करने के लिए आयोजित अपनी मेगा रैली में नीतीश कुमार को नेवता देने लायक भी नहीं समझा।
श्री प्रसाद ने कहा कि हकीकत है कि प्रधानमंत्री बनने की आकांक्षा पूरा करने के लिए ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अगस्त, 2022 में पलटी मारकर राजद का दामन थामा था। उसके बाद राजद और जदयू नेताओं में उन्हें पीएम मैटेरियल बताने की होड़ लग गई। अपनी समाधान यात्रा के पहले दिन मुख्यमंत्री ने भी कहा कि इस यात्रा को पूरी कर वे भारत की यात्रा पर निकलेंगे। मुख्यमंत्री की व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा को पूरा करने व उनकी देशव्यापी यात्रा के लिए ही बिहार की गरीब जनता के 350 करोड़ रुपये से जेट प्लेन और 10 शीटर हेलीकॉप्टर खरीदने का सरकार ने निर्णय लिया था।
उन्होंने कहा कि यह दीगर है कि पिछले साल अक्टूबर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली जाकर अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव व सोनिया गांधी आदि आधे दर्जन नेताओं से मुलाकात कर विपक्षी एकता की विफल कोशिश कर चुके थे। तब किसी ने भी उन्हें भाव नहीं दिया।
श्री प्रसाद ने कहा कि वैसे भी कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी को पीएम कैंडिडेट घोषित करने के बाद गैरकांग्रेसी विपक्षियों की एकता तीसरे मोर्चे की कवायद से आगे बढ़ पाएगी, इसमें संदेह ही है। हकीकत तो यह है कि कोई भी क्षेत्रीय दल किसी दूसरे को नेता मानने के लिए तैयार नहीं है। विपक्षी एकता एक ऐसा दिवास्वप्न है, जो कभी पूरा होने वाला नहीं है। ऐसे में नीतीश कुमार की पीएम बनने की महत्वाकांक्षा की तो केसीआर की रैली ने भ्रूण-हत्या कर दी है।