पोषण सेवाओं के सुदृढ़ीकरण हेतु दो दिवसीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न
गया। जिले में पोषण सेवाओं के सुदृढ़ीकरण हेतु जिला प्रशासन की पहल से जिला पदाधिकारी के नेतृत्व में यूनिसेफ के सौजन्य से सभी प्रखंडों की महिला पर्यवेक्षिकाओं और चयनित आंगनवाड़ी सेविकाओं को प्रखण्ड स्तरीय मास्टर प्रशिक्षक् के रूप में प्रशिक्षित किया गया।इस दो दिवसीय कार्यशाला सह आवासीय प्रशिक्षण को कुल 6 बैच में पूर्ण किया गया जो 13.2.23 से जिला पदाधिकारी तथा जिला प्रोग्राम पदाधिकारी के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर प्रारम्भ किया गया गया था।यूनिसेफ के द्वारा अपने प्रशिक्षक राघवेन्द्र कुमार ,नीलेश कुमार एवम डॉक्टर ईशा के द्वारा icds की मुख्य सेवाओं सहित वृद्धि निगरानी एवं mcp कार्ड पर विस्तारपुर्वक जानकारी दी गयी ।आज प्रशिक्षण के अंतिम दिन पर आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं महिला पर्यवेक्षिकाओं से प्रशिक्षण एवं अन्य सुविधाओं को लेकर जिला प्रोग्राम पदाधिकारी द्वारा फीडबैक प्राप्त किया गया जिसमें सेविकाओं के द्वारा इस तरह के माहौल में प्रशिक्षण दिए जाने और सभी विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी देने की सराहना की तथा यह भी कहा कि प्रखण्ड स्तर पर वे मास्टर प्रशिक्षक के रूप में न सिर्फ सभी अन्य सेविकाओं को प्रशिक्षित करने में अपना सहयोग देंगी बल्कि उन्हें अपने केंद्र के कार्यों में भी काफी सहायता मिलेगी।इस दो दिवसीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन के अवसर पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी icds के द्वारा सेविकाओं एवं महिला पर्यवेक्षिका को संबोधित करते हुए कहा कि आंगनबाड़ी सेविकाएं पोषण स्तर में सुधार एवं icds की अन्य सभी सेवाओं के क्रियान्वयन में अच्छा कार्य कर रहीं है लेकिन पोषण सेवाओं में वृद्धि निगरानी तथा mcp कार्ड के सही संधारण पर ध्यान देने की आवश्यकता है।