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ललित बाबू के सपनों को साकार करना मिथिला वासियों का दायित्वः कुलपति प्रो. एसपी सिंह

दरभंगाः बिहार के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में शुमार ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रो. एसपी सिंह ने कहा कि मिथिलांचल के विकास में ललित बाबू की महत्वपूर्ण भूमिका रही है इसलिए उनके सपनों को साकार करना मिथिलावासियों का दायित्व है।

प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने सोमवार को मिथिला विश्वविद्यालय परिसर में ललित बाबू की शहादत दिवस के अवसर पर एकत्रित समूह को संबोधित करते हुए कहा कि मिथिला विश्वविद्यालय की स्थापना में उनका जो योगदान रहा है और इस क्षेत्र के विकास में जो उनकी भूमिका रही है वह सर्वविदित एवं सर्वमान्य है। ललित बाबू को सच्ची श्रद्धांजलि यह होगी कि उनके सपनों को साकार करने के लिए हम सबों को अपने-अपने दायित्व का बोध होना चाहिए और अपनी भूमिका का निर्वहन करना चाहिए।

सिंडिकेट सदस्य डॉक्टर बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने कहा कि ललित बाबू राष्ट्र के प्रणेता थे लेकिन मिथिला वासियों के दिलों की धड़कन थे। अभी भी उनके समय के बहुत से काम अधूरे हैं उसे हम सबको मिलकर पूरा करना होगा। कुलसचिव प्रोफेसर मुस्ताक अहमद ने कहा कि ललित बाबू समाज के सर्वमान्य एवं जननेता थे और उनकी सोच थी कि मिथिला का पूर्ण विकास उसी वक्त संभव होगा जब इस क्षेत्र के सभी धर्म और जाति के लोग अपने क्षेत्र के विकास के लिए लामबंद होंगे। प्रोफेसर अहमद ने कहा कि ललित बाबू की जीवन का एकमात्र दर्शन था कि – हयात ले के चलो कायनात ले के चलो ,चलो तो सारे जमाने को साथ ले के चलो।

इस अवसर पर दूरस्थ शिक्षा निदेशक डॉ अशोक कुमार मेहता, निदेशक केंद्रीय पुस्तकालय डॉक्टर दमन कुमार झा, विश्वविद्यालय के खेल पदाधिकारी अजय नाथ झा, परीक्षा नियंत्रक, आनंद मोहन मिश्र कुलसचिव द्वितीय दिव्या रानी हंसदा ,उप कुलसचिव प्रथम डॉ कामेश्वर पासवान समेत अन्य मौजूद थे।

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