भभुआ प्रखण्ड अंचल कार्यालय के सामने पीएचसी में खुलेआम उड़ाई गई कॅरोना गाइड लाइन की धज्जियां
कैमूर:-ओमिकरान का खतरा अभी टला नही,विशेषज्ञ अब महामारी को पिक पर होने की संभावनाएं जता कर कॅरोना प्रोटोकाल का सख्ती से पालन करने की बात कर रहे है।राज्य सरकार के निर्देश पर ज़िलाधिकारी भी लगातर स्वयं मनिरिटिंग कर रहे है ,उसके बावजूद न ही इसका असर पालन करने वाले न ही कराने वाले वाले पर पड़ रहा है,कॅरोना नियमो की धज्जियां वृहस्पतिवार को भभुआ स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में खुलेआम उड़ती दिखायी पड़ी।प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के ठीक सममे अंचल कार्यालय जँहा सीओ साहेब और प्रखण्ड कार्यलय जहां बीडीओ साहेब बैठते है,इतना ही नही कुछ ही दूरी पर भभुआ थाना भी स्थित है।बावजूद इसके नियमो की धज्जियां उड़ना चर्चा का विषय बना हुआ है। इतना ही नही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी स्टाफ की कमी का रोना रो कर कर्तव्यों से पल्ला झाड़ने की कोशिश की।जबकि ज़िले में कॅरोना के 108 केस एक्टिव बताए जाते है। ऐसे में दिव्यांग सर्टिफिकेट बनवाने के लिए उमड़ी भीड़ को गाइड लाइन का पालन कराने के लिए न ही कोई प्रशासनिक व्यवस्था दिखी न ही स्वस्थ केंद्र कर्मियों द्वारा। दिन भर आए दिव्यांग फार्म जमा करने के लिए धक्का मुक्की के साथ चिल्ला चिल्ली करते रहे लेकिन सामने बैठे प्रखण्ड स्तरीय पदाधिकारियों को इतनी भी चिंता नही रही के ठंड और ठिठुरन के बीच चिल्ला चिल्ली कहा से हो रहा है। इतने बड़े संवेदनशील मुद्दे पर इतनी बड़ी लापरवाही से कॅरोना विस्फोट से इनकार नही किया जा सकता है।वहीं पूरे मामले पर भभुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रविरंजन प्रकाश से बात की गई तो स्टाफ की कमी का रोना रोते देखे गए , उन्होंने कहा कि यहाँ अभी दिव्यांग बोर्ड चल रहा है, जिसमें की आँख नाक कान हड्डी के दिव्यांग लोगों के डॉक्टर बैठे हुए हैं जिसके तहत वैसे लोगों का कागज जमा किया जा रहा है, जो आज 10 बजे से ही लोगों का कागज जमा किया जा रहा है,इसके साथ ही उन्होंने बताया कि आज दिव्यांग बोर्ड लगने के वजह से यहाँ ज्यादा के संख्या में लोग आ गए हैं, जिसके वजह से परेशानी हो रही है और हमारे चार कर्मी लोगों को लाइन में लगा रहे हैं जो कि ज्यादा भीड़ की वजह से लोग को समझा पाना मुश्किल है फिर भी हमारी टीम लगी हुई है।