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छात्र संगठनों के द्वारा आहूत बिहार बंद को महागठबंधन ने भी अपना समर्थन दिया

जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रेम राय ने कहा कि छात्रों की मांग जायज है और हम लोग उनके साथ खड़े हैं। रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों की परीक्षा के रिजल्ट में धांधली और ग्रुप डी की परीक्षा में एक की जगह दो परीक्षाएं आयोजित करने के तुगलकी फरमान के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं छात्रों के प्रति सरकार का दमनात्मक रवैया निंदनीय है। बर्बर पुलिसिया दमन आंसू गैस गिरफ्तारी और मुकदमे थोप कर भाजपा सरकार आंदोलन को कुचलने का कोशिश कर रही है जो कहीं से भी जायज नहीं है। बीते 7 सालों में भारतीय जनता पार्टी के राज में छात्र नौजवान बेरोजगार अपने आप को लगातार छला महसूस कर रहे हैं। बिहार की सरकार ने भी छात्रों को धोखा देने का काम किया है। ऐसी कोई परीक्षा नहीं है जिसकी पूरी प्रक्रिया होने में कम से कम 5 वर्ष का समय नहीं लगता हो इससे लोग तंग आ गए हैं। बेरोजगारी का आलम यह है कि ग्रुप डी तक की परीक्षा में भी करोड़ों आवेदन आते हैं। बिहार में तो बेरोजगारी चरम पर है। छात्रों के आंदोलन के दबाव में रेल मंत्री का पहले मामले में जांच कमेटी बनाना फिर ग्रुप डी की परीक्षा को रद्द करने का आश्वासन उलझाने जैसा है जांच कमेटी की रिपोर्ट 4 मार्च तक जमा करने से यह साफ झलक रहा है कि यूपी चुनाव को देखते हुए रेल मंत्रालय ने यह कदम उठाया है। अगर सरकार सचमुच छात्र युवाओं के सवाल के प्रति गंभीर होती इन दोनों मामले में उनकी मांगों को मान लेने में उन्हें कोई परेशानी नहीं होती। पहले मामले में सात लाख संशोधित रिजल्ट और ग्रुप डी मामले में पहले नोटिफिकेशन के आधार पर केवल एक परीक्षा का सवाल है। ऐसा नहीं है जिसे लागू करने के लिए सरकार को जांच कमेटी बनानी पड़ेगी। जाहिर सी बात है यह आक्रोश को कमजोर करने का तरीका आंदोलनरत छात्र से संतुष्ट नहीं है।कांग्रेस पार्टी मांग करती है स्नातक स्तरीय परीक्षा में संशोधित सात लाख रिजल्ट ग्रुप डी में केवल एक परीक्षा और आंदोलन कर रहे छात्र युवाओं के दमन पर रोक लगाते हुए मुकदमों की वापसी की मांग के साथ खड़े हैं। इसलिए छात्र नौजवानों के आज के बिहार बंद को महागठबंधन के कांग्रेस पार्टी ने भी अपना समर्थन दिया है। भारत सरकार से रेल मंत्रालय से कांग्रेस पार्टी मांग करती है की सरकार छात्र युवाओं के इस आक्रोश को समझें तथा धैर्य व संयम का परिचय देते हुए उनकी मांगों को अविलंब हल करने का प्रयास करें।

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