ब्रेकिंग
स्कूल और घरों में भी सेफ नहीं बच्चे, केरल में थम नहीं रहा मासूमों का यौन शोषण बिहार में बेहाल मास्टर जी! कम पड़ रहा वेतन, स्कूल के बाद कर रहे डिलीवरी बॉय का काम बिहार: अररिया-हाजीपुर और किशनगंज में सांस लेना मुश्किल, 11 जिले रेड जोन में; भागलपुर और बेगूसराय में... मेरठ में महिला से छेड़छाड़ पर बवाल, 2 पक्षों के लोग आमने-सामने; भारी पुलिस बल तैनात अर्पिता मुखर्जी को मिली जमानत, बंगाल में शिक्षक भर्ती स्कैम में ED ने जब्त किया था करोड़ों कैश महाराष्ट्र का अगला CM कौन? दो दिनों के बाद भी सस्पेंस बरकरार फिर विवादों में IPS रश्मि शुक्ला, देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात पर कांग्रेस ने उठाए सवाल, EC से की एक्श... महाराष्ट्र में हार के बाद INDIA ब्लॉक में रार, ममता को गठबंधन का नेता बनाने की मांग आश्रम में ‘डाका’… दर्शन के बहाने जाती और करती रेकी, युवती ने दोस्तों संग मिल 22 लाख का माल किया पार रबिया सैफी हत्याकांड की जांच पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक, दिल्ली और हरियाणा सरकार से मांगा जवाब

प्रोग्रैमेटिक मैनेजमेंट ऑफ टीबी प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट की समीक्षा बैठक आयोजित

जिले को 2030 तक टीबी मुक्त बनाना है : डॉ रंजीत राय

मोतिहारी। प्रोग्रैमेटिक मैनेजमेंट ऑफ टीवी प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट (पीएमटीपीटी) कार्यक्रम की मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन बुधवार को वर्ल्ड विजन कार्यालय में किया गया। कार्यक्रम में जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ रंजीत राय ने बताया कि देश सहित राज्य एवं जिले को 2030 तक टीबी मुक्त बनाना है। उन्होंने बताया कि की इसके लिए लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है। डॉ राय ने कहा कि टीबी के मरीजों की असावधानी टीबी के रोगियों की संख्या बढ़ाने का काम करती है। टीबी के रोगियों को पूरी तरह से ठीक होने तक नियमित रूप से दवा का सेवन करना चाहिए ताकि टीबी जड़ से खत्म हो सके ।

11 हज़ार 9 सौ 73 लोगों की हुई स्क्रीनिंग:

वर्ल्ड विजन के जिला प्रतिनिधि रामजनम सिंह ने बताया कि जिले के 27 प्रखंडों में जनवरी 2022 से दिसम्बर तक 4 हजार 896 परिवारों के 11 हज़ार 9 सौ 73 लोगों की स्क्रीनिंग की गई, जिसमें 253 लोगों में टीबी के लक्षण पाए गए, जाँच के बाद 25 लोग टीबी संक्रमित पाए गए। वहीं 7 हजार 4 सौ 54 लोगों की एक्सरे की गई। उन्होंने बताया कि 6 हजार 7 सौ 52 लोगों को टीबी प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट के तहत दवाएं दी जा रही है।

आइसोनियाजिड की दी जाती है खुराक:

डॉ रंजीत राय ने बताया कि टीबी मरीज के परिजनों को आइसोनियाजिड की दवा दी जाती है, ताकि टीबी के संक्रमण से वह मुक्त रहें। अगर उनके किसी परिजन में टीबी के लक्षण पाए जाते हैं तो उनकी जांच की जाती है। रामजनम सिंह ने कहा कि टीबी मरीज के परिवार वालों की निरंतर स्क्रीनिंग कराई जाती है। यह जरूरी है कि पांच वर्ष से ऊपर के परिजनों की एक्स रे जांच भी हो।

बेहतर कार्य के लिए हुए पुरस्कृत:

वर्ल्ड विजन जिला कार्यालय में मासिक समीक्षा बैठक के बाद जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ रंजीत राय द्वारा इस वर्ष बेहतर कार्य के लिए तीन टीपीटी काउंसलर अमित कुमार पाठक, विकास कुमार ठाकुर, सुजीत कुमार यादव को पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ रंजीत राय, यक्ष्मा केंद्र के डॉ नागेश्वर सिंह, अरविंद कुमार, अमरेंद्र कुमार, वर्ल्ड विजन के जिला प्रतिनिधि रामजनम सिंह, जिला पर्यवेक्षक जितेंद्र कुमार, राहुल कुमार, सूरज कुमार सहित कई लोग मौजूद थे।

Leave A Reply

Your email address will not be published.