टूलकिट प्रशिक्षण से जिले में एनीमिया पर प्रहार का प्रयास
चार दिवसीय प्रशिक्षण में एनीमिया के पहचान, कारण व निदान से अवगत हो रहे पदाधिकारी
बुधवार को तीसरे दिन भी कई पदाधिकारियों को मिला प्रशिक्षण
वैशाली। जिले में एनीमिया की दर को कम करने के लिए एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के तहत विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों को टूलकिट प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। बुधवार को तीसरे दिन के प्रशिक्षण में टूलकिट की महत्ता बताते हुए सिविल सर्जन डॉ श्यामनंदन प्रसाद ने कहा कि इस प्रशिक्षण से सभी आयु वर्ग में प्रमुख स्वास्थ्य संबंधी विषयों, विशेषकर एनीमिया के बारे में समझ बनेगी। एनीमिया के लक्षण, कारण और इसके निदान को समझ पाएँगे। इस प्रशिक्षण के माध्यम से एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के क्रियान्वयन में विभिन्न विभागों की भूमिका भी स्पष्ट होती है। यह प्रशिक्षण जिले में एनीमिया पर प्रहार करने के लिए काफी असरदार सिद्ध होगा। वहीं एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के तहत सभी छह आयु वर्ग के लोगों में एनीमिया रोकथाम की कोशिश की जा रही है। इसमें छह से 59 महीने के बालक और बालिकाओं को हफ्ते में दो बार आईएफए की एक मिलीलीटर सिरप आशा द्वारा माताओं को नि:शुल्क दी जाती है। 5 से 9 साल के लड़के और लड़कियों को हर सप्ताह आईएफए की एक गुलाबी गोली दी जाती है। यह दवा प्राथमिक विद्यालय में प्रत्येक बुधवार को मध्याह्न के बाद शिक्षकों के माध्यम से नि:शुल्क दी जाती है। साथ ही 5 से 9 साल के वैसे बच्चे जो स्कूल नहीं जाते हैं, उन्हें आशा गृह भ्रमण के दौरान उनके घर पर आईएफए की गुलाबी गोली देती हैं। 10 से 19 साल के किशोर और किशोरियों को हर हफ्ते आईएफए की 1 नीली गोली दी जाती है। जिसे विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्रत्येक बुध्वार को भोजन के पश्चात शिक्षकों एवं आंगनबाड़ी सेविका के माध्यम से नि:शुल्क प्रदान की जाती है। 20 से 24 वर्ष के प्रजनन आयु वर्ग की महिलाओं को आईएफए की एक लाल गोली हर हफ्ते आरोग्य स्थल पर आशा के माध्यम से नि:शुल्क दी जाती है। वहीं गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के चौथे महीने से प्रतिदिन खाने के लिए आइएफए की 180 गोलियां दी जाती हैं। वहीं प्रशिक्षण में प्रखंड के ब्लॉक शिक्षा पदाधिकारी, ब्लॉक रिसोर्स पर्सन आईसीडीएस से प्रखंड बाल विकास पदाधिकारी, लेडी सुपरवाइजर, स्वास्थ्य प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक का प्रशिक्षण कराया गया। इस प्रशिक्षण में सिविल सर्जन डॉ श्यामनंदन प्रसाद, एसीएमओ डॉ अमिताभ कुमार सिन्हा, डीआईओ डॉ उदय नारायण सिन्हा, डीपीएम डीसीएम निभा रानी सिन्हा और राज्य से आए हुए डॉक्टर श्वेता एवं प्रकाश कुमार प्रशिक्षण दे रहे हैं। केयर इंडिया डीटीएल सुमित कुमार भी प्रशिक्षण में सहयोग कर रहे हैं।