ब्रेकिंग
अडानी से लेकर मणिपुर तक… कांग्रेस ने बताया किन मुद्दों को संसद सत्र में उठाएगी जंगल से मिला लड़के का शव…रेत दिया गया था गला, पुलिस ने दो दोस्तों से की पूछताछ, एक ने लगा ली फांसी महाराष्ट्र में प्रचंड जीत के बाद सरकार बनाने की तैयारी तेज, BJP-शिवसेना-NCP की अलग-अलग बैठकें पत्थर तो चलेंगे… संभल बवाल पर बोले रामगोपाल यादव, अखिलेश ने कहा- सरकार ने जानबूझकर कराया पाकिस्तान से जंग में तीन बंकरों को कर दिया था नेस्तनाबूद , कहानी गाजीपुर के राम उग्रह पांडेय की झारखंड: जिस पार्टी का जीता सिर्फ एक विधायक, उसने भी बोला दे दूंगा इस्तीफा गाजियाबाद: डासना मंदिर के बाहर फोर्स तैनात, यति नरसिंहानंद को दिल्ली जाने से रोका, ये है वजह गूगल मैप ने दिया ‘धोखा’… दिखाया गलत रास्ता, पुल से नदी में गिरी कार, 3 की मौत 30 लाख की नौकरी छोड़ी, UPSC क्रैक कर बने IPS, जानें कौन हैं संभल के SP कृष्ण कुमार बिश्नोई? संभल: मस्जिद के सर्वे को लेकर 1 घंटे तक तांडव… फूंक दीं 7 गाड़ियां, 3 की मौत; बवाल की कहानी

लगमा से 14 दिनों तक टीबी रोगियों की होगी खोज

6 लाख लोगों की स्क्रीनिंग का लक्ष्य

तीन सौ 72 नए मरीजों के खोज का भी लक्ष्य

सीतामढ़ी। डुमरा प्रखंड के लगमा गांव से शुक्रवार को जिले में 14 दिवसीय क्षय रोग जागरूकता एवं खोज अभियान की शुरुआत हो गयी। शुक्रवार को शुरू हुआ यह जागरूकता सह खोज अभियान 24 फरवरी तक जिले के सभी प्रखंडों में चलेगा। जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ मुकेश कुमार ने लगमा में स्क्रीनिंग कर इसका उद्घाटन किया। जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ मुकेश ने बताया कि राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत इस अभियान में आशा कार्यकर्ता एवं कम्युनिटी वालंटियर द्वारा घर-घर सर्वे कर संदिग्ध यक्ष्मा रोगियों की खोज की जाएगी। टीबी के सक्रिय मरीजों की खोज साल में दो बार की जाती है। यह इस वर्ष का पहला टीबी खोज अभियान है। यक्ष्मा के लक्षण जैसे दो सप्ताह या अधिक की खांसी, बुखार, वजन कम होना, बलगम में खून आना आदि लक्षणों वाले मरीजों का बलगम संग्रह कर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जांच किया जाएगा एवं यक्ष्मा की पुष्टि होने पर उनके घर पर संबंधित एसटीएस के माध्यम से दवा पहुंचाया जाएगा। इस अभियान के तहत लगभग छह लाख मरीजों का स्क्रीनिंग किया जाएगा तथा लगभग 12 हजार  बलगम का जांच किया जाएगा एवं 372 नए रोगियों के खोजने का लक्ष्य रखा गया है। यह सर्वे जिले के सभी प्रखंडों में 14 दिन तक चलेगा। इस अभियान में बेहतर कार्य करने वाले पदाधिकारी एवं कर्मियों को विश्व यक्ष्मा दिवस 24 मार्च 2023 के अवसर पर पुरस्कृत किया जाएगा। वहीं डॉ मुकेश ने कहा कि घर घर सर्वे के दौरान लोगों आग्रह होगा कि वे अपने रोग या टीबी के लक्षणों को स्क्रीनिंग करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों ने नहीं छुपाएं। स्क्रीनिंग टीबी के लक्षणों के आधार पर ही किया जाएगा। स्क्रीनिंग में संदिग्ध पाए जाने वालों के बलगम लिए जाएगें। जागरूकता सह यक्ष्मा खोज कार्यक्रम के दौरान डीपीसी रंजय कुमार डीईओ सह लेखापाल रंजन शरण, वरीय यक्ष्मा पर्यवेक्षक श्वेत निशा सिंह क्षेत्र की एएनएम एवं आशा कार्यकर्ता उपस्थित थे। वहीं इस कार्यक्रम में डीपीसी रंजय कुमार डीईओ सह लेखापाल रंजन शरण, वरीय यक्ष्मा पर्यवेक्षक श्वेत निशा सिंह क्षेत्र की एएनएम एवं आशा कार्यकर्ता उपस्थित थे।

Leave A Reply

Your email address will not be published.