मध्य विद्यालय सिमरिया में कैम्प लगाकर स्कूली बच्चों को कैंसर से सुरक्षा के लिए किया गया जागरूक
– बच्चों को कैंसर के लक्षणों एवं दुष्प्रभावों की दी गई जानकारी
– जीवन भर तम्बाकू सेवन नहीं करने के लिए बच्चों को दिलाई गई शपथ
– नवयुवतियों को स्तन व सर्वाइकल कैंसर की पहचान के लिए स्वयं परीक्षण की दी गई जानकारी
पूर्णिया। कैंसर बेहद गंभीर बीमारी है जिसकी समय से पहचान व इलाज न होने से लोगों की जान भी जा सकती है। शुरुआत से ही बच्चे कैंसर के प्रति जागरूक हो सकें इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा कसबा प्रखंड के मध्य विद्यालय सिमरिया में कैंसर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में वर्ग 04 से 09 तक के सभी बच्चों, विद्यालय शिक्षकों और स्थानीय लोगों को कैंसर के विभिन्न प्रकार और इसे पहचानने के लिए शुरुआती लक्षणों की जानकारी दी गई। कैंसर जागरूकता शिविर का आयोजन राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल में संचालित कैंसर स्क्रीनिंग सेंटर की डीटीओ डॉ. हर्षिता चौहान एवं डॉ. विजयलक्ष्मी गुप्ता द्वारा किया गया। शिविर में कैंसर स्क्रीनिंग सेंटर के डाटा ऑपरेटर अमित आनंद, विद्यालय के 355 छात्र-छात्राओं, 04 विद्यालय शिक्षकों व विभिन्न स्थानीय लोगों ने भाग लिया।
बच्चों को कैंसर के लक्षणों एवं दुष्प्रभावों की दी गई जानकारी
बच्चों को कैंसर से सम्बंधित जानकारी देते हुए डीटीओ डॉ. हर्षिता चौहान ने बताया कि सामान्य रूप से लोग तीन प्रकार के कैंसर से ग्रसित हो सकते हैं- मुँह का (ओरल) कैंसर, स्तन (ब्रेस्ट) व गर्भाशय मुख (सर्वाइकल) कैंसर। ब्रेस्ट व सर्वाइकल कैंसर से केवल महिलाएं ग्रसित हो सकती है जबकि ओरल कैंसर का शिकार वह सभी व्यक्ति हो सकते हैं जो नियमित रूप से तम्बाकूओं का सेवन करते हैं। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत से लोग होते हैं जो गुटखा, बीड़ी, सिगरेट, पान-सुपारी आदि का सेवन करते हैं। स्थानीय लोगों को ऐसा सेवन करते हुए देख कर ही बच्चों को भी इसकी आदत लग जाती है। बहुत समय तक इसका उपयोग करने से लोग मुँह के कैंसर से ग्रसित हो जाते हैं। अगर इसकी पहचान समय पर नहीं हुई और उचित इलाज नहीं किया गया तो जीवन से हाथ धोना पड़ सकता है। इसलिए सभी लोगों को तम्बाकू सेवन करने से परहेज करना चाहिए। डॉक्टरों द्वारा विद्यालय में उपस्थित सभी बच्चों व स्थानीय लोगों को जीवन में तम्बाकू इस्तेमाल नहीं करने की शपथ भी दिलाई गई।
नवयुवतियों को स्तन व सर्वाइकल कैंसर की पहचान के लिए स्वयं परीक्षण की दी गई जानकारी
डॉ. विजयलक्ष्मी गुप्ता ने बताया कि लोगों द्वारा अगर समय पर कैंसर की पहचान व जांच कराई जाए और उपचार कराया जाए तो लोग कैंसर से पूरी तरह स्वस्थ हो सकते हैं। इसके लिए लोगों को विभिन्न तरह के कैंसर के लक्षणों व कारणों का ध्यान रखना चाहिए। नवयुवतियों को डॉक्टरों द्वारा विशेष रूप से महिलाओं में होने वाले स्तन व सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों व पहचान की जानकारी दी गई। डॉ. गुप्ता ने बताया कि स्तन कैंसर के लक्षणों मेंस्तन के अंदर गांठ होना, स्तनाग्र से स्राव आना, स्तन त्वचा के रंग या पोत में बदलाव होना, स्तनाग्र की दिशा में बदलाव होना आदि हो सकता है। सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों में रक्तस्राव का होना, अनियमित भारी मासिक धर्म, योनि से असाधारण रक्त के धब्बों के साथ स्राव निकलना, बिना कारण कमजोरी, थकान, वजन कम होना आदि हो सकता है। ऐसे लक्षण दिखाई देने पर राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल के ओपीडी में संचालित कैंसर स्क्रीनिंग सेंटर में जांच करवानी चाहिए और इससे सुरक्षा के लिए आवश्यक दवाइयों का सेवन करनी चाहिए।
कैंसर के मुख्य संकेत
•शरीर के किसी अंग में असामान्य सूजन का होना
•तिल या मस्सों के आकार या रंग में परिवर्तन
•लगातार बुखार या वजन में कमी
•घाव का लंबे समय से नहीं भरना
•4 हफ्ते से अधिक समय तक अकारण दर्द का रहना
•मूत्र विसर्जन में कठिनाई या दर्द का होना
•शौच से रक्त निकलना
•स्तन में सूजन या कड़ापन का होना
•3 सप्ताह से अधिक लगातार खाँसी या आवाज का कर्कश होना
•असामान्य रक्त प्रवाह या मासिक धर्म के बाद भी रक्त का निकलना