तंबाकू पर नियंत्रण को लेकर बांका डीएम अंशुल कुमार ने की बैठक, दिए आवश्यक निर्देश
बांका। जिला तंबाकू नियंत्रण समन्वयक समिति के द्वारा सरकारी पदाधिकारियों को लेकर जिला स्तरीय संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिला के सभी प्रशासनिक पदाधिकारियों के अलावा पुलिस के अधिकारी भी उपस्थित हुए। इस अवसर पर जिला पदाधिकारी अंशुल कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि तंबाकू के सेवन से न सिर्फ सेहत पर इसका दुष्प्रभाव पड़ता है, ब्लकि आर्थिक नुकसान भी होता है। तंबाकू सेवन न करके जिंदगी के साथ साथ आर्थिक नुकसान को भी बचाया जा सकता है। जिला पदाधिकारी ने तंबाकू नियंत्रण हेतु छापेमारी दस्ते के गठन का निर्देश दिया। डीएम ने सभी सदस्यों को शैक्षणिक संस्थानों के 100 गज के दायरे में अवस्थित सभी तंबाकू उत्पाद बेचने वाले दुकानदारों को हटाते हुए नियमित रूप से छापेमारी करने का निर्देश दिया है।अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से अपने अपने कार्यालयों में तंबाकू मुक्त क्षेत्र का बोर्ड लगाने का निर्देश दिया गया है। अपने संबोधन में जिला पदाधिकारी ने कहा कि इस अभियान को सफल करने के लिए हमें मिलकर प्रयास करनी होगी। जिससे हम अपने आने वाले पीढ़ी के भविष्य को बचा सकते हैं। साथ ही समाज के आम लोगों के बीच जाकर लोगों को तंबाकू का सेवन नहीं करने के लिए प्रेरित करेंगे। तंबाकू नियंत्रण हेतु राज्य सरकार कि तकनीकी सहयोग संस्थान सोशियो इकोनॉमिक एंड एजुकेशनल डेवलपमेंट सोसाइटी के वरीय राज्य कार्यक्रम प्रबंधक शोमेल रस्तोगी ने राज्य सरकार एवं सीड्स के द्वारा संयुक्त रूप से राज्य के सभी 38 जिलों में चलाए जा रहे तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत COTP 2003 की विभिन्न धाराओं के बारे में विस्तार से बताया। श्री रस्तोगी ने बताया कि तंबाकू सेवन करना एक खतरनाक आदत है जहां छोटे छोटे बच्चे हैं वहां तो स्थिति और भी अधिक नाजुक बन जाती है। तंबाकू नियंत्रण अभियान को चलाने पर काफी अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। सभी स्तर पर तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग की अपेक्षा है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार कोविड-19 से लड़कर विजय प्राप्त किया गया। उसी प्रकार हमें तंबाकू को समाप्त करना हैं तो लड़ाई लड़नी होगी। विदित हो कि सार्वजनिक स्थलों यथा सिनेमा हॉल, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, सार्वजनिक सड़क, शिक्षण संस्थानों, एवं कार्यालयों सहित अन्य स्थानों पर धूम्रपान करना दंडनीय अपराध है। कार्यशाला के प्रारंभ में सिविल सर्जन डॉक्टर रविंद्र नारायण ने तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम से संबंधित जिले में की जा रही गतिविधियों की जानकारी दी। संवेदीकरण कार्यशाला में प्रभारी उप विकास आयुक्त,सिविल सर्जन, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक, एनसीडी सेल के वित्तीय सह लॉजिस्टिक सलाहकार, सीड्स के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, जिला स्वास्थ्य समिति के कार्यक्रम प्रबंधक के साथ अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।