एईएस कोर कमेटी बैठक में आठ बिंदुओं पर जिलाधिकारी ने दिया जोर
प्रत्येक पंचायत में कम से कम पांच वाहन टैग
15 मार्च से आरबीएसके वाहन से होगा प्रचार प्रसार
मुजफ्फरपुर। एईएस पर प्रभावी नियंत्रण एवं शून्य डेथ के संकल्प को साकार करने के उद्देश्य से सोमवार को जिला समाहरणालय सभागार में जिला एईएस कोर कमिटी की बैठक जिलाधिकारी प्रणव कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने आठ बिंदुओं पर शत प्रतिशत अमल करने को कहा। आठ बिंदुओं में मुख्य रूप से प्रशिक्षण, आईईसी एक्टिविटी, प्राइवेट वाहन टैगिंग, ड्यूटी रोस्टर, दवा एवं उपकरणों का समुचित प्रबंध, कंट्रोल रूम नंबर, अन्य विभागों के साथ समन्वय और एईएस प्रभावित इलाकों में पदाधिकारियों द्वारा गोद शामिल हैं। जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने कहा कि अभी तक पांच हजार आशा, आंगनबाड़ी, जीविका को प्रशिक्षण दिया गया है। यह प्रशिक्षण 15 मार्च तक चलेगा पर जिलाधिकारी के निर्देशानुसार छूटे हुए शिक्षकों, स्वयं सहायता समूह एवं जनप्रतिनिधियों को 20 मार्च तक प्रशिक्षण दे दिया जाएगा। इसके अलावा दिवाल लेखन को गंभीरता से लेते हुए इसे स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों तथा पंचायत भवनों में कराया जाए। कुल 7840 जगहों पर दिवाल लेखन कराना है। वहीं बैठक के दौरान जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने कहा कि जल्द से जल्द सभी प्रखंडों में प्राइवेट वाहनों की टैगिंग सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित हो कि प्रत्येक पंचायत में कम से कम पांच वाहन टैग हो। प्राइवेट वाहन टैगिंग के संबंध में डॉ सतीश कुमार ने कहा कि दस प्रखंडों में वाहन टैगिंग को पूरा कर लिया गया है। जिनकी संख्या अभी 470 है। विभाग को कुल 385 पंचायतों के लिए प्राइवेट वाहन को टैग करना है। बैठक के दौरान जिलाधिकारी प्रणव कुमार, डीडीसी आशुतोष द्विवेदी, जिला आपदा पदाधिकारी डॉ अजय कुमार, सीएस डॉ यूसी शर्मा, डीपीएम रेहान अशरफ, जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार, भीबीडीसी प्रीतिकेश कुमार, केयर इंडिया के सोमनाथ ओझा सहित अन्य लोग मौजूद थे। वहीं स्वास्थ्य से जुड़े हुए सभी चिकित्सक, पारामेडिकल स्टाफ, ए0एन0एम0/जी0एन0एम0, कर्मियों एवं सरकारी कर्मचारियों, जो कि प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से सहयोग प्रदान करते हैं, इन सभी का एईएस उन्मुखीकरण 20 फरवरी 2023 से 15 मार्च 2023 तक कार्ययोजना के अनुसार कराया जा रहा है।
-जिलान्तर्गत 270 पंचायतों को लिया गया गोद।
-सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ओपीडी के समय में वीडियो के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जा रहा है।
-दिवाल लेखन किया जा रहा है।
-बुधवार से आरबीएसके के वाहन के द्वारा प्रचार प्रसार किया जाएगा।
-एक मार्च से विद्यालय में प्रार्थना पूर्व शपथ पत्र के माध्यम से चमकी पर हो रही है चर्चा।
-सरकारी कार्यालयों में चमकी को धमकी वाटर मार्क का किया जा रहा उपयोग
-दस प्रखंडों में वाहन टैगिंग पूर्ण।
-सभी जगह दवा एवं उपकरणों की एसओपी के अनुसार सुनिश्चितता।
-नौ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से प्राप्त हो चुका है रोस्टर।
-जिला एवं प्रखंड स्तर पर बनाया जा चुका है कंट्रोल रूम।
-कुपोषित बच्चों का किया जा रहा सर्वे।