गांधी मैदान में दिखी बिहार के सौर ऊर्जा शक्ति की कहानी
बिहार दिवस के अवसर पर गांधी मैदान में ऊर्जा के स्टॉल पर जुटी लोगों की भीड़
उपभोक्ताओं में विभिन्न सोलर योजनाओं की जानकारी ली
पटना। सोलर ट्री और सोलर ट्रॉली ऊर्जा विभाग के स्टॉल पर लोगों का ध्यान आकर्षित कर रही है। बिहार दिवस के उपलक्ष्य में गांधी मैदान, पटना में आयोजित तीन दिवसीय प्रदर्शनी में राज्य में चल रहे विभिन्न सौर ऊर्जा परियोजनाओं के विषय में जानकारी दी गई। वहीं तीन दिवसीय प्रदर्शनी का उद्घाटन नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के एमडी प्रभाकर एवं साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के एमडी सह ब्रेडा के निदेशक महेंद्र कुमार ने किया एनबीपीडीसीएल एवं एसबीपीडीसीएल के दोनों एमडी ने बिहार दिवस पर शुभकामना देते हुए कहा कि राज्य को ऊर्जा सरप्लस राज्य बनाने के लिए हम सभी को साथ मिल कर काम करना होगा। इस वर्ष से ऊर्जा विभाग ने लोगों में सौर ऊर्जा को प्रोत्साहित करने के लिए स्टॉल पर सोलर उपकरणों की प्रदर्शनी की है एवं आने वाले सभी लोगों को उसके कार्यप्रणाली के विषय में बताया जा रहा है। आपको बता दें कि विगत वर्ष बिहार दिवस पर ऊर्जा विभाग का स्मार्ट प्रीपेड मीटर, बिजली दीदी एवं वोल्टेज भैया आकर्षण का केंद्र थे। इस बार विभाग ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अपनी क्षमता को प्रदर्शित करते हुए सौर उत्पादों को स्टाल पर रखा है। अबतक ब्रेडा 10 गांव और 67 सरकारी स्कूलों को विभिन्न सौर परियोजनाओं के माध्यम से ऊर्जा दक्ष बना चुका है। इन गांवों और सरकारी विद्यालयों को सौर ऊर्जा के माध्यम से ही दैनिक जीवन में बिजली मिल रही है। बिहार में ऊर्जा संरक्षण भवन संहिता तैयार हो गई है इसे जल्द लागू की जायेगी। इसके लागू हो जाने से संहिता के अनुसार बनने वाले भवनों में 25 प्रतिशत ऊर्जा खपत कम होगी। वहीं ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस ने एक सौ ग्यारह वें बिहार दिवस पर ऊर्जा परिवार और बिहार के बिजली उपभोक्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि बिहार की प्रगति में युवा वर्ग का बहुत बड़ा योगदान है। बिहार का युवा वर्ग ऊर्जा बचत के लिए काफी जागरूक और संवेदनशील है। वह जनता है कि हरित ऊर्जा में ही उनका भविष्य है। बिहार में लोग धीरे धीरे हरित ऊर्जा को अपनाने की ओर अग्रसित हो रहे हैं। आने वाले भविष्य में बिहार में ऊर्जा की मांग बढ़ेगी। इसलिए सभी को अक्षय ऊर्जा में स्विच करने की आवश्यकता है। प्रत्येक बिहारवासी को सौर वृक्ष को अपने घर में लगवाना चाहिए, इससे न सिर्फ ऊर्जा की बचत होगी बल्कि घर भी सुंदर लगेगा। बिहार के बिल्डरों और वास्तुकारों को भी अपने डिजाइनों और इमारतों में सोलर ट्री लगाने पर ध्यान देना चाहिए। श्री हंस ने कहा कि सोलर ट्रॉली एक ऐसी तकनीक है जिससे आप अपनी खेती और घरेलू कार्यों को बेहद आसान बना सकते हैं। इस तकनीक की मदद से आप सोलर पैनल के माध्यम से अपना पंप सेट चला सकते हैं और हर साल लाखों की बचत कर सकते हैं। साथ ही किसानों को खेतों से सोलर पैनल चोरी होने का भय नहीं रहेगा। किसान सोलर ट्रॉली को किसान काम के बाद आसानी से घर ले जा सकता है। वहीं ब्रेडा के निदेशक श्री महेंद्र कुमार ने कहा कि बिहार की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत समृद्ध है। आज बिहार ऊर्जा क्षेत्र में कई मानक स्थापित कर चुका है। आने वाले समय में बिहार सौर ऊर्जा के माध्यम से अपनी ऊर्जा जरूरतों को पुरा करने सक्षम बनेगा। जल- जीवन- हरियाली अभियान के तहत कजरा और पिरपैंती में बैटरी स्टोरेज सौर परियोजनाओं को विकसित किया जा रहा है। साथ ही 3000 सरकारी भवनों पर ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर पॉवर प्लांट लगाया जा चुका है एवं 8000 भवन चिन्हित किए जा चुके है। पटना के विभिन्न सरकारी भवन जैसे पटना उच्च न्यायालय, मुख्यमंत्री आवास पर भी सोलर पैनल लगाए जा चुके हैं। राजगीर, बोधगया और पटना को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने की योजना पर कार्य चल रहा है। श्री कुमार ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में 12 लाख सोलर लाइट लगाने का काम हो रहा है। नीचे मछली ऊपर बिजली योजना के तहत दरभंगा और सुपौल में फ्लोटिंग प्लांट काम सही ढंग से कर रहा है। वेटलैंड जमीन और तालाबों को भी सौर प्लांट के लिए विकसित करने का काम हो रहा है। वहीं इस मौके पर ब्रेडा डिप्टी डायरेक्टर सुधांशु कुमार सिंह, अधीक्षण अभियंता खगेश चौधरी, सीनियर प्रोटोकॉल ऑफिसर ख्वाजा जमाल प्रोजेक्ट मैनेजर एहतेशाम कादरी एवं अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।