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महान सम्राट अशोक की 2367 वीं जन्मोत्सव के अवसर पर निकाला गया भव्य रथ यात्रा

महान सम्राट अशोक की भव्य रथ यात्रा में शामिल हुए हजारों लोग

महान सम्राट अशोक के जन्मोत्सव पर भव्य रथयात्रा का आयोजन

नागमणि कुशवाहा ने महान सम्राट अशोक के शासन काल को बताया स्वर्ण युग

पटना। आपको बता दें की सम्राट अशोक की 2367 वीं जन्मोत्सव पर बुधवार को राजधानी में भव्य रथयात्रा सह जन्माष्टमी समारोह का आयोजन किया गया। अखिल भारतीय युवा कुशवाहा समाज भारत के तत्वाधान में आयोजित इस रथयात्रा में भारी संख्या में लोगों ने भाग लिया। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नागमणि कुशवाहा की अध्यक्षता में आयोजित इस भव्य रथयात्रा का शुभारंभ कुम्हार पार्क अशोक किला स्थान से हुआ। इससे पहले बौद्ध भिक्षु संघ के बुद्ध वंदना एवं मंगलसूत्र पाठ किया गया, ततपश्चात बैंड बाजे की राष्ट्रीय धुन के साथ सम्राट अशोक का रथ गतिमान हुआ। उनके पीछे सैकड़ों बौद्ध भिक्षु संघ विभिन्न विद्यालय की छात्र-छात्राएं एवं बिहार समेत देश के कोने-कोने से आये अतिथि एवं हजारों की संख्या में स्थानीय नागरिक चल रहे थे। वहीं रास्ते में जगह-जगह स्थानीय लोगों द्वारा फूल की वर्षा कर स्वागत किया गया। वहीं रथयात्रा दिन के 1:00 बजे जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान सरदार पटेल मार्ग पटना में पहुंच कर सभा के रूप में तब्दील हो गई। जन्माष्टमी कार्यक्रम का उद्घाटन करते माननीय मंत्री आलोक मेहता राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग बिहार सरकार पटना ने किया। वहीं इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डेहरी विधायक माननीय फतेह बहादुर सिंह कुशवाहा, पूर्व विधायक जदयू प्रदेश अध्यक्ष माननीय उमेश सिंह कुशवाहा, विधायक डुमराव अजीत सिंह कुशवाहा, पूर्व विधान परिषद सदस्य माननीय सीपी सिन्हा, बिहार राज्य पुल निगम निदेशक इंजीनियर रामचरित्र प्रसाद, पूर्व मंत्री बसावन भगत उपस्थित रहे। वहीं संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नागमणि कुशवाहा ने कहा कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी जन्मोत्सव मनाने का मूल उद्देश्य फिर से अखंड भारत का निर्माण एवं विश्व के आम नागरिकों के बीच आपसी भाईचारा प्रेम और सौहार्द को बढ़ावा देना है। साथ ही कहा कि सम्राट अशोक की नीतियों को अपनाकर विश्व गुरु बन सकते हैं।भारत सरकार से राष्ट्रीय अवकाश एवं राष्ट्रीय समारोह के रूप में मनाने की मांग की। बिहार प्रदेश अध्यक्ष हरिओम कुशवाहा ने कहा कि शक्तिशाली राष्ट्र निर्माण के लिए अशोक शासन व्यवस्था जरूरी है। वहीं मंच का संचालन अखिल भारतीय युवा कुशवाहा समाज भारत के राष्ट्रीय सलाहकार डॉ मुकेश कुमार कुशवाहा ने किया। वहीं इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक नाथ सिंह बौद्ध, ब्रजकिशोर सिंह कुशवाहा, अखिलेश कुमार सिंह, मंच का संचालन डॉ मुकेश कुमार, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंद्रभान सिंह कुशवाहा, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मुकेश शेखर कुशवाहा, राष्ट्रीय सचिव जयप्रकाश मौर्या, राष्ट्रीय प्रभारी राजकुमार कुशवाहा, प्रदेश उपाध्यक्ष गणेश शंकर कुशवाहा, प्रदेश सचिव कुमारी अर्चना कुशवाहा, ललिता देवी, पटना जिला अध्यक्ष अजीत कुमार वर्मा, जिला महासचिव मुन्ना महतो, नौबतपुर प्रखंड अध्यक्ष रणधीर कुशवाहा रवि कुशवाहा समेत हजारों की संख्या में संगठन के पदाधिकारी एवं गणमान्य लोग शामिल हुए। वहीं महान सम्राट अशोक जन्मोत्सव के पावन अवसर पर पधारे गणमान्य लोगों के माध्यम से देश की एकता अखंडता एवं सहिष्णुता को बरकरार रखने हेतु कुछ प्रस्ताव पारित करने का प्रस्ताव साथियों की ओर से आया है जिसमें, पटना के पूरब पश्चिम एवं दक्षिण में भी सभ्यता द्वार का निर्माण कराया जाए। पटना गांधी मैदान में जो मौर्य वंश कालीन सैन्य प्रशिक्षण स्थल चल रहा है इसलिए पटना गांधी मैदान में किसी स्थल पर महान सम्राट अशोक स्तंभ या विशालकाय आदमकद मूर्ति का निर्माण कराया जाए। कुम्हरार पार्क में जमीन के नीचे दबे सम्राट अशोक किला की प्रतिमूर्ति का निर्माण किया गया था। पुराने स्वरूप को जनता के दर्शनार्थ के लिए फिर से मिट्टी हटाकर प्रदर्शित कराया जाए। पटना जीरो माइल पहाड़ी पर या गंगा नदी के किनारे 108 फीट की ऊंची महान सम्राट अशोक की आदमकद प्रतिमा का निर्माण कराया जाए। अखंड भारत कालीन चारों गणराज्य की स्वतंत्र पहचान बनाई जाए एवं वहां सम्राट अशोक संग्रहालय का निर्माण कराया जाए। वर्ष 2014 में बिहार सरकार द्वारा अधिसूचित शेष सम्राट अशोक सामुदायिक भवनों का निर्माण शीघ्र निर्माण कराया जाए। पटना में सम्राट अशोक शोध संस्थान की स्थापना की जाए। सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर के अंदर महान सम्राट अशोक के बड़े प्रतिमा का निर्माण कराया जाए। पटना का नाम पाटलिपुत्र किया जाए। राष्ट्रीय अवकाश एवं राष्ट्रीय समारोह भारत सरकार घोषित करें।

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