न्यू पटना सेंट्रल स्कूल में 15 वां वार्षिक उत्सव धूमधाम से मनाया गया
पटना। राजधानी पटना के इंदिरा नगर, पोस्टल पार्क रोड नंबर 09 सी स्थित न्यू पटना सेंट्रल स्कूल में 15 वां वार्षिक उत्सव धूमधाम से मनाया गया।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि नवीन कुमार दास चेयरमैन आईएसएम फिल्म इंडस्ट्रीज एंड ट्रेनिंग इंस्टीच्यूट जबकि विशिष्ठ अतिथि के तौर पर
नेशनल यूथ अवार्डी डा. नम्रता आनंद, बिग गंगा के एंकर रंजीत कुमार, यूनाईटेड न्यूज ऑफ इंडिया के उप संपादक प्रेम कुमार, मिसेज पूजा सिंह,
भोजपुरी अभिनेता सत्यवीर सजनबा, अधिवक्ता सुरेन्द्र नाथ मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरूआत आंगतुक अतिथि, स्कूल के डायरेक्टर कमल सर और प्रिसिंपल रंभा दुबे ने दीप प्रज्जवलित कर की। इसके बाद सभी अतिथियों को फूल-बुके, मोमेंटो और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।इस अवसर पर स्कूल के छात्रों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर अतिथियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस अवसर पर नवीन कुमार दास ने कहा, देश के बेहतर भविष्य के लिए बच्चों को अच्छी शिक्षा और संस्कार देना हम सबकी जिम्मेदारी है। शिक्षा के बिना समाज का विकास असंभव है, जहां शिक्षित व्यक्ति होते हैं वही सभ्य समाज होता है। समाज के विकास में शिक्षा की भूमिका अति महत्वपूर्ण है।
कमल सर और रंभा दुबे ने कहा ,पढ़ाई के साथ स्कूल की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते है। इसके अलावा अन्य प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती है।पढ़ाई के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छात्र-छात्राओं को हिस्सा लेना चाहिए। पढ़ाई के साथ बच्चों को अनुशासन में भी रहना चाहिए क्योंकि संस्कार के बिना पढ़ाई का भी कोई महत्व नहीं रहता है।
डा. नम्रता आनंद ने कहा ,आज के छात्र कल देश का भविष्य होगें।शिक्षा वह मज़बूत ताकत है जिससे हम समाज को सकारात्मक बदलाव की ओर ले जा सकते है। शिक्षा के माध्यम से ही हम अपने सपने पूरे कर सकते हैं। जीवन को नयी दशा और दिशा दे सकते हैं। बिना शिक्षा के हम कुछ भी मुकाम हासिल नहीं कर सकते।
रंजीत कुमार ने कहाअच्छी शिक्षा एवं संस्कार ही जीवन को एक नया रुप देते हैं। हमें समाज को शिक्षित एवं संस्कारित बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए।
इस अवसर पर विद्यालय की पूर्व छात्रा प्रज्ञा दुबे (ट्विंकल) और ऋषिका दुबे भी उपस्थित रही ।
जहां प्रज्ञा ने अपनी खास प्रस्तुति से कार्यक्रम को और आकर्षक बनाया वही ऋषिका ने अपने अनुभव साझा करते हुए बच्चों को सफलता के लिए प्रेरित किया।