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जातीय जनगणना की रिपोर्ट सार्वजनिक करने का एलान करे सरकार : सुशील कुमार मोदी

– जातीय जनगणना एनडीए का फैसला, लागू करने में देर हुई

– अतिपिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट अब तक जारी क्यों नहीं हुई?

पटना। पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने राज्य में इसी 15 अप्रैल से शुरू होने वाली जातीय जनगणना पर प्रसन्नता व्यक्त की और अपील की कि सरकार इसकी रिपोर्ट सार्वजनिक करने का भरोसा दिलाये।

श्री मोदी ने कहा कि जातीय जनगणना कराने का निर्णय भाजपा की साझेदारी वाली एनडीए सरकार का था, लेकिन इसे लागू करने में देरी हुई। अब लोगों को इसमें सहयोग करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि इससे पहले सरकार ने नगर निकाय चुनाव में ट्रिपल टेस्ट के आधार पर अतिपिछड़ी जातियों को आरक्षण देने के लिए आनन-फानन में अतिपिछड़ा वर्ग आयोग बना कर रिपोर्ट मांग ली थी, लेकिन वह रिपोर्ट निकाय चुनाव बीतने के बाद भी सार्वजनिक नहीं की गई।

श्री मोदी ने कहा कि जब ऐसी रिपोर्ट कोई गोपनीय दस्तावेज नहीं, तब अतिपिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट को जारी क्यों नहीं किया गया?

उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना की रिपोर्ट का भी हस्र ऐसा न हो, इसके लिए सरकार को स्पष्ट घोषणा करनी चाहिए।

श्री मोदी ने कहा कि कर्नाटक में भी जातीय जनगणना करायी गई थी, लेकिन किसी सरकार ने उसे सार्वजनिक नहीं किया।

उन्होंने कहा कि 2011 में केंद्र सरकार ने सामाजिक-आर्थिक जनगणना करायी थी। उसकी रिपोर्ट में इतनी त्रुटियाँ और विसंगतियां पायी गईं कि उसे सार्वजनिक नहीं किया गया।

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