शिक्षित बेरोजगारों को और कितना तबाह करेंगे नीतीश जी
फतुहा। भाजपा मीडिया प्रभारी डॉ लक्ष्मी नारायण सिंह पटेल ने कहा है कि शिक्षित बेरोजगारों को और कितना तबाह करेंगे नीतीश जी। नियोजित शिक्षकों को बीपीएससी का परीक्षा लेना कितना तर्कसंगत है। आईएएस आईपीएस जो 10 साल से नियुक्त है उन्हें दुबारा परीक्षा ली जाए तो 90% से भी ज्यादा फेल हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि एक बार फिर नीतीश कुमार और वर्तमान शिक्षा मंत्री मैट्रिक परीक्षा देकर देख लें ,मुझे नहीं उम्मीद है कि वह पास हो जाएंगे। इससे स्पष्ट हो जाता है कि परीक्षा के नाम पर नौकरी से बाहर कर देना है। उन्होंने कहा कि सीटीईटी, एसटीइटी और टीईटी की परीक्षा में पास कर चार साल से नौकरी पाने का इंतजार कर रहे हैं ऐसे कुछ ही अभ्यर्थियों की नियुक्ति हुई हुई लेकिन शेष को क्यों नहीं ली जा रही है। उन्होंने कहा कि लाखों से ज्यादा प्रतीक्षारत अभ्यर्थी और चार लाख नियोजित शिक्षकों को भी अब नए संवर्ग वाला सरकारी शिक्षक बनने के लिए बीपीएससी की परीक्षा देनी पड़ेगी। यह परीक्षा युवाओं के मनोबल पर बड़ा बज्रपात है। नीतीश कुमार बिहार के शिक्षा को ऐसी दुर्दशा कर दिया है। प्रैक्टिकल का पढ़ाई समाप्त कर दिया गया है सिर्फ परीक्षा होती है इसी तरह मध्य विद्यालय को इंटर का दर्जा दिया गया परंतु नहीं भवन दिया गया है, नहीं शिक्षक और परीक्षा में पास ही किया जा रहा है। वैसे छात्रों को भविष्य क्या होगा? बताया जाता है कि पटना का दर्जनों टॉपर स्कूल है जहां छात्रों के नाम जग सुना बहुत बड़ी महत्त्व दी जाती थी परंतु एक भी टॉपर स्कूल से कोई टॉपर नहीं बना। उन्होंने कहा नीतीश जी सत्ता की कुर्सी भले ही पलटते रहें परन्तु शिक्षित बेरोजगारों का भविष्य से खिलवाड़ नहीं करें।