युवाओं का स्वाभिमान आईपीएस विकास वैभव
पटना। जिस प्रकार से लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान का बिहार के युवाओं से एक ख़ास संबंध बन रहा है। वो दिन दूर नहीं होगा जब, सब एक साथ एक दिशा में पूर्ण निष्ठा से, बिहार निर्माण में सहयोग करेंगें। युवाओं में मातृभूमि और धरा के लिए असीम प्रेम उत्पन्न करने वाले आईपीएस विकास वैभव अपनी क्षमता से अधिक मेहनत कर रहे है। युवाओं का ऐसा मानना है कि उनसे प्रेरणा लेना सुखद और अनुकरणीय है। ऐसे में वो, युवाओं में राष्ट्र चेतना को जागृत करने में भी अहम भूमिका निभा रहे है। राष्ट्रीय चेतना का अभिप्राय (समाज की उन्नति) राष्ट्र की चेतना-प्राण शक्ति समाज से है। राष्ट्र शब्द समाज के अर्थ में ही प्रयुक्त होता है। जिस क्षण समुदाय में एकता की एक सहज लहर हो, उसे राष्ट्र कहते हैं। लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान युवाओं का सपना पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। बिहार के युवाओं का ख़्वाब को पूरा करने में दिन रात आईपीएस विकास वैभव कठिन परिश्रम कर रहे हैं। उनकी दृष्टि सजग होकर, युवाओं को मार्गदर्शित करने के लिए निरंतर अपना फर्ज़ निभा रही है। 19वीं सदी तक यूरोप में गरीबी और भूख का साम्राज्य था। नगरों में भीड़ थी और वहाँ भयानक रोग व्यापक रूप में फैले हुए थे। धार्मिक विवाद आम थे और धार्मिक असंतुष्टों को दंडित किया जा रहा था। अतः लोग यूरोप छोड़कर अमेरिका में प्रवास करने लगे थे। इंग्लैंड में औद्योगीकरण अठारहवीं सदी के दूसरे भाग में आरंभ हुआ लेकिन फ़्रांस और जर्मनी के राज्यों के कुछ हिस्सों में यह उन्नीसवीं शताब्दी के दौरान ही हुआ। इस प्रक्रिया के फलस्वरूप नए सामाजिक समूह अस्तित्व में आए श्रमिक वर्ग के लोग और मध्य वर्ग, जो उद्योगपतियों, व्यापारियों और सेवा क्षेत्र के लोगों से ही बने। 19वीं शताब्दी का भारत अनेक धार्मिक व सामाजिक कुरीतियों से ग्रसित था। धर्म के क्षेत्र में अनेक कर्मकाण्डों का प्रचलन था,तो सामाजिक क्षेत्र में छुआछूत,सती प्रथा,बाल-विवाह तथा विधवा विवाह निषेध का प्रचलन था। ऐसी दशा में भारतीय चिन्तकों ने समाज में व्यापक परिवर्तन की आवश्यकता अनुभव की। प्रेस ने राष्ट्रीय चेतना के उदय में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसने लोगों को राजनीतिक शिक्षा प्रदान दी। आर्थिक एवं राजनीतिक विचारों का प्रचार किया। ब्रिटिश सरकार की शोषणकारी नीतियों एवं कार्यवाहियों की आलोचना की। यूरोप हो या भारत दोनों जगह पर एक समान दृष्टिकोण की आवश्यकता थी, और वो थी, राष्ट्र हित के लिए राष्ट्र चेतना को जागृत करने का। तत्कालीन चिंतकों ने युवाओं के अंदर राष्ट्र निर्माण के लिए राष्ट्र चेतना जागृत करने को लेकर मंथन किया। विपरीत परिस्थितियों में भी यूरोप में आविष्कार और नए औद्योगिक क्रांति से देश का पलायन रुका तो, दूसरी तरफ भारत में सफ़ल सामाजिक क्रांति ने, युवाओं में राष्ट्र चेतना जागृत करने में कामयाब मिल गई। लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान एक सामाजिक सन्देश को लेकर आगे बढ़ रहा है और इसी के तहत आईपीएस विकास वैभव युवाओं में राष्ट्र चेतना जागृत करने का महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं। आधुनिक युग में युवाओं को राष्ट्र निर्माण की ओर मोड़ने के लिए आईपीएस विकास वैभव के साथ साथ लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान के कई महत्त्वपूर्ण सदस्य, बिहार में युवाओं के मस्तिष्क में, राष्ट्र चेतना को जागृत करने में लग गए हैं। जल्द ही राष्ट्र चेतना का यह संदेश एक लहर के रूप में बिहार में होगा और बिहार के युवाओं का सपना पूरा होगा। अपना बिहार सुंदर होगा, लघुवादों से दूर होगा ख़ासतौर से जातिवाद जैसे विषफल से। यह उम्मीद इसलिए बढ़ गई है क्योंकि बिहार के युवाओं का स्वाभिमान आईपीएस विकास वैभव बन चुके है।