मुख्यमंत्री ने दरभंगा जिले में 296.89 करोड़ रुपये की लागत से कमला बलान नदी के बायां एवं दायां तटबंध के उच्चीकरण,
पटना । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दरभंगा जिले के कोठराम में जल संसाधन विभाग के अन्तर्गत 296.89 करोड़ रुपये की लागत से कमला बलान नदी के बायां एवं दायां तटबंध के उच्चीकरण, सुदृढ़ीकरण एवं पक्कीकरण कार्य (फेज-2) का शिलापट्ट अनावरण कर कार्यारंभ किया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री श्री संजय कुमार झा ने मुख्यमंत्री को पाग एवं अंगवस्त्र भेंटकर, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने मखाना का माला पहनाकर एवं जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने पौध गुच्छ भेंटकर स्वागत किया । कार्यक्रम के दौरान जल संसाधन विभाग द्वारा जल प्रबंधन, बाढ़ की समस्या से निजात, आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल आदि पर आधारित तैयार कराई गई लघु फिल्म मुख्यमंत्री के समक्ष प्रदर्शित की गई। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को मुख्यमंत्री ने संबोधित करते हुए कहा कि कमला बलान नदी के दोनों तटबंधों के ऊँचीकरण, सुदृढ़ीकरण एवं पक्कीकरण का कार्य बेहतर ढंग से कराया जा रहा है। इससे संबंधित लघु फिल्म भी यहां दिखाई गई। वर्षा के दिनों में नेपाल से काफी मात्रा में पानी आने के कारण बिहार की विभिन्न नदियों का जलस्तर बढ़ जाता है और बाढ़ की स्थिति पैदा हो जाती है। इससे काफी नुकसान होता है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों के समक्ष संकट की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। वर्ष 2019 में यहां बाढ़ से भयावह स्थिति पैदा हो गई थी जिसे आकर हमने देखा था। उसके बाद कोरोना संक्रमण का दौर शुरू हो गया । कोरोना के दौर में भी हम यहां आए थे और एक-एक जगह जाकर देखा था। उसी समय हमलोगों ने यह निर्णय लिया कि लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हर जरूरी काम कराया जाएगा जिससे यहां के लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो। जब हमें दरभंगा के बारे में पता चला कि यहां के भू-जल स्तर में भी गिरावट हो रही है तो हमने सभी पार्टियों की मीटिंग बुलाकर पूरे दिन चर्चा की। उसके बाद कार्यक्रम तैयार किया गया। जब हम चर्चा कर रहे थे तभी हमें जानकारी मिली कि यहां नेपाल से पानी आने के कारण काफी तबाही हो रही है। अगले ही दिन आकर हमने देखा था। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले फेज के तहत काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। आज दूसरे फेज का भी शिलान्यास हो गया है। अगले साल तक इस दूसरे फेज का काम भी तेजी से पूरा करें। यहां तटबंध पर जो काम चल रहा है उसके संबंध में भी हमने कहा है कि इसकी चौड़ाई का ध्यान रखिएगा, जिससे लोगों को आवागमन में सहुलियत हो। यह काम पूरा हो जाएगा तो लोगों को संकट का सामना नही करना पड़ेगा। आज हमने एरियली भी देखा है और जाकर स्थल निरीक्षण भी किया है। उन्होंने कहा कि नेपाल से बहुत कुछ उम्मीदें थीं लेकिन उधर से कुछ हो नहीं रहा है। श्रद्धेय अटल जी के कार्यकाल में बिहार के सभी सांसदों को बुलाकर इस संबंध में बातें हुईं थी, उस समय इस दिशा में पहल भी की गई लेकिन अब कुछ नहीं हो पा रहा है। नेपाल से हमलोगों का बेहतर संबंध रहा है। हमलोग इस संकट से छुटकारा पाने के लिए पूरी तैयारी कर रहे हैं। हम अधिकारियों से उम्मीद करते हैं कि इस काम को तेजी से पूर्ण कराएं, इसमें देरी न करें। इससे हमें प्रसन्नता होगी। हम किसी दिन हवाई सर्वेक्षण के माध्यम से निर्माण कार्य की प्रगति का जायजा लेंगे। हमलोगों ने वर्ष 2009 से काफी काम करवाया। लोगों को सुविधा प्रदान करने के लिए हर प्रकार से काम करवाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आप सभी लोगों को बधाई देता हूं कि इस कड़ी धूप में भी बड़ी संख्या में कार्यक्रम में उपस्थित हुए हैं। हमारी तो आदत है, लोगों को राहत प्रदान करने के लिए 4 डिग्री से लेकर 44 डिग्री तापमान में भी हम घूमते रहते हैं और कार्यों का जायजा लेते रहते हैं। जिलाधिकारी लोगों के बीच जाएं और सबकी बातों को सुनें और उनकी समस्याओं का निदान करने की कोशिश करें। यदि किसी प्रकार की दिक्कत हो तो यहां हमारे प्रधान सचिव से संपर्क करें। उन्होंने कहा कि कुछ लोग समाज में असंतोष पैदा करने की कोशिश में लगे रहते हैं। समाज में झगड़ा कराने के प्रयास में लगे हुए हैं। ऐसे लोगों से सचेत रहें । आपस में प्रेम और भाईचारे का भाव रखे। मुख्यमंत्री ने जल संसाधन विभाग को निर्देश दिया कि आज जो कार्य की शुरुआत की गई है इसको तेजी से पूरा करा दीजिए, इस बात से हमको खुशी होगी। लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसका आपलोग ध्यान रखें। कार्यक्रम को जल संसाधन मंत्री श्री संजय कुमार झा, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री ललित कुमार यादव, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी एवं जल संसाधन विभाग के सचिव श्री संजय कुमार अग्रवाल ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में शामिल होने के पूर्व मुख्यमंत्री ने कमला बलान नदी के बायां एवं दायां तटबंध की वर्तमान स्थिति एवं फेज-1 के तहत कराए जा रहे कार्यों की प्रगति का एरियल सर्वे के पश्चात् स्थल निरीक्षण कर जायजा लिया। स्थल निरीक्षण के क्रम में जल संसाधन विभाग के सचिव श्री संजय अग्रवाल ने सैटेलाइट इमैजिनरी ऑफ कमला बलान रिवर के माध्यम से फेज-1 के तहत कराए जा रहे कार्यों की प्रगति एवं फेज-2 के तहत कराए जानेवाले कार्यों के संबंध में मुख्यमंत्री को अवगत कराया। स्थल निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तटबंध के ऊँचीकरण, सुदृढ़ीकरण एवं पक्कीकरण का कार्य तेजी से पूर्ण कराएं। यह काम जब पूरा हो जाएगा तो स्थानीय लोगों को काफी सहूलियत होगी। इससे तीन जिलों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। आवागमन की सुविधा बेहतर होगी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में कमला बलान नदी का जलस्तर बढ़ने से यहां के लोगों को काफी संकट झेलना पड़ा था। उस समय हम यहां आकर देखे थे जिसके बाद इस तटबंध के ऊँचीकरण, सुदृढ़ीकरण एवं पक्कीकरण का काम कराने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पर विधायक अजय कुमार चौधरी, विधायक श्री अमन भूषण हजारी, पूर्व विधायक फराज फातमी, पूर्व विधान पार्षद दिलीप कुमार चौधरी, जदयू जिलाध्यक्ष दरभंगा गोपाल मंडल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, आयुक्त दरभंगा प्रमंडल मनीष कुमार, जिलाधिकारी दरभंगा राजीव रौशन, वरीय पुलिस अधीक्षक दरभंगा अवकाश कुमार, जल संसाधन विभाग के अभियंता प्रमुख श्री शैलेन्द्र, जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता नंद कुमार झा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, वरीय अधिकारीगण, जल संसाधन विभाग के अभियंतागण, कर्मीगण एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे । कार्यक्रम के पश्चात् मुख्यमंत्री ने पत्रकारों द्वारा कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की जीत पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी की कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जबरदस्त जीत हुई है। वहां जो मुख्यमंत्री बननेवाले हैं उनसे मेरा पहले से संपर्क है। उन्होंने मुझे शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया है और फिर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी फोन कर कहा कि आप शपथ ग्रहण समारोह में आइए, हमने वहां जाने की सहमति दे दी है। सारे विरोधी दल जब एकजुट हो जाएंगे तो ये देश के हित में होगा। उसके लिए प्रयास चल रहा है। जाति आधारित गणना को लेकर पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोर्ट के फैसले के बाद हम कोई कमेंट नहीं करते हैं, ये उचित नहीं होगा। कानून बनाने की बात पर अभी कुछ भी कहना उचित नहीं होगा। पहले हम बता चुके हैं कि जाति आधारित गणना क्यों की जा रही है। वर्ष 2011 में राष्ट्रीय स्तर पर जाति आधारित जनगणना भी हो चुकी है। हमलोगों ने केंद्र सरकार से इसको लेकर मांग की थी और प्रधानमंत्री से मिले भी थे लेकिन जब वो तैयार नहीं हुए और कहा गया कि आपलोग अपने यहां कीजिए । हमलोगों ने यहां पर सभी पार्टियों की राय से यह काम शुरू करवाया। जाति आधारित गणना से लोगों की आर्थिक स्थिति का भी पता चल जाएगा चाहे वे किसी भी जाति, धर्म या समुदाय के हों, दलित-महादलित, बैकवर्ड, हिंदू-मुस्लिम कोई हों। सरकार का उद्देश्य है कि सबों की स्थिति को बेहतर करना । जब जाति आधारित गणना की बात हुई थी उस समय भाजपा साथ में थी, उसी समय उसने क्यों नहीं कहा था कि इसके लिए कानून बनाएं।