युवा ही है भारत की भाग्य विधाता : प्रेम
पटना। यूनिवर्सल यूथ फेडरेशन दिल्ली एवं प्रेम यूथ फाउंडेशन पटना के संयुक्त तत्वावधान में पीस यूथ लीडरशिप कैम्प का आयोजन युवा आवास पटना में किया गया । युवा प्रकोष्ट के अध्यक्ष दिलीप कुमार मिश्रा ने कहा कि शांति और सद्भावना दूत के रूप में काम करे नौजवान । उन्होंने बताया कि हमारा सोच से शव्द बनता है और शव्द से ही हमारा कर्म बनता है और कर्म ही हमारा चरित्र का निर्माण होता है । हमें हमेशा साकारत्मक सोच रखने की जरूरत है ।वहीं प्रेम यूथ फाउंडेशन के संस्थापक गांधीवादी प्रेम जी ने कहा कि भारत संसार का सबसे युवा देश है । युवा ही है भारत की भाग्य विधाता । आप पूरी दुनिया में शांति और सद्भावना फैलाने की जरूरत है । भिन्नता में एकता ही भारत की पहचान है तो गंगा यमुनी संस्कृति हमारी शान है । मनुष्य की उतपत्ति का दो सिद्धान्त है एक धार्मिक तो दूसरा वैज्ञानिक दोनों में समानता है एक ही माता पिता का संतान है फिर जाति, धर्म,भासा, क्षेत्र,रंग,के नाम पर भेद भाव कतई उचित नही है । जाति और धर्म मनुष्य ने अपने सुविधानुसार बनाया है जिसे समय समय पर बदलते भी रहता है । आज हम बारूद के ऊपर बैठे है कभी भी विस्फोट हो सकता है । हमे मानवता के रक्षा के लिए काम करने करने की जरूरत है । फाउंडेशन पूरे बिहार में तीस हजार शांति दूत बनायेगा जो घूम घूम कर प्रेम शांति और भाईचारा के लिए काम करेंगे । शिविर में हिमांशु शर्मा, रवि प्रकाश, सुमित कुमार,गुंजा कुमारी,अंशु कुमारी, वैष्णवी कुमारी,पूजा कुमारी,सुमित कुमार, आर्यन राज उपस्थित रहे ।